फिर भी ज़िंदगी हसीन हैं...
अपने सपनों का जीवन अभी जीना शुरू करने के 5 सूत्र - भाग 1


Nov 14, 2021
अपने सपनों का जीवन अभी जीना शुरू करने के 5 सूत्र - भाग 1
बचपन की सबसे अच्छी बातों में से एक बात है सपने देखना और उन पर विश्वास करना कि एक ना एक दिन वे सब सच हो जाएँगे। लेकिन जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं सपनों से दूर और पैसे कमाने के रास्तों या साधनों के क़रीब होते जाते हैं। शायद लोगों से सुनी बातें, शिक्षा, उम्र, बदलती प्राथमिकताएँ, पारिवारिक ज़िम्मेदारियों अथवा अच्छे कैरियर की चाह जैसे एहसासों के कारण ऐसा हुआ होगा।
दोस्तों, अगर मशीनी जीवन जीने के स्थान पर आप जीवन के पूरे मज़े लेना चाहते हैं तो एक बार खुद के साथ बैठकर विचार करके देखिएगा कि क्या सिर्फ़ पैसों के लिए काम करके इस लक्ष्य को पाया जा सकता है? शायद नहीं, क्यूँकि हमारे जीवन का उद्देश्य सिर्फ़ पैसे कमाना, ज़िम्मेदारियाँ निभाना या सीधे शब्दों में कहूँ तो अलग-अलग बिल चुकाने के लिए काम करना तो बिलकुल भी नहीं है।
दोस्तों जीवन के 4-5 दशक जी चुके मेरे जैसे ज़्यादातर लोगों ने कभी ना कभी इस बारे में सोचा ज़रूर होगा। उन्हें हक़ीक़त का एहसास भी ज़रूर हुआ होगा कि इस तरह खुश, संतुष्ट और सुखी रहते हुए जीवन जीने के लक्ष्य को पाना सम्भव नहीं है। यह पता होने के बाद भी ज़्यादातर लोग अपनी पुरानी दिनचर्या, प्राथमिकताओं से बाहर नहीं निकल पाते, बल्कि असंतुष्टि की ओर एक कदम और आगे बढ़कर अपने जीवन मूल्यों से भी समझौता करने लगते हैं। पैसे कमाने की अंधी दौड़ में उन्हें एहसास ही नहीं होता कि वे अपने सपनों के जीवन के कितने क़रीब से गुजर रहे हैं।
जी हाँ साथियों, बहुत कम लोग होते हैं जिन्हें अपने सपनों पर विश्वास होता है, इसी विश्वास की वजह से वे अपने डर का सामना कर पाते हैं और इस चक्रव्यूह को तोड़कर अपने जीवन को हक़ीक़त में जी पाते हैं। वे इस दुनिया की पहली महिला एन॰एफ़॰एल॰ कोच जेन वेल्टर की इस बात से पूर्ण सहमत रहते हैं कि, 'यदि आप इस दुनिया में सफल होना चाहते हैं, तो आपको पैसे कमाने के रास्तों का नहीं अपितु अपने जुनून का चुनाव करना होगा।'
अगर आप भी जेन वेल्टर की उपरोक्त बात से सहमत हों और साथ ही आपको लगता हो कि अब बदलाव का समय आ गया है। अब हम लोगों की आशाओं और ज़िम्मेदारियों से आगे बढ़कर अपने सपनों का जीवन जीना चाहेंगे तो सबसे पहले एक बात को समझें कि सपनों का जीवन जीने का अर्थ है अपने उद्देश्य और जुनून के अनुरूप एक पूर्ण जीवन जीना। आइए आने वाले दिनों में हम उन पाँच मुख्य सूत्रों को सीखेंगे जो हमें अपने इस लक्ष्य को पूर्ण करने में मदद करेंगे-
प्रथम सूत्र - ग्रोथ माइंडसेट रखें
दोस्तों, हमारी चेतना इस बात को सुनिश्चित करती है कि वास्तव में हम किस तरह का जीवन जिएँगे और हमारी दुनिया किस तरह की होगी। इसलिए नकारात्मक विचारों से दूर रहते हुए हर पल जीवन में आगे बढ़ने वाला माइंडसेट रखना आपको हक़ीक़त में अपनी सपनों की दुनिया बसाने का मौक़ा देता है।
ग्रोथ माइंडसेट रखने के लिए सबसे पहले सकारात्मक और आशावान बनने का प्रयास करें। इसे मैं आपको विश्वप्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक एमिली बेलसेटिस द्वारा किए गए एक प्रयोग से समझाने का प्रयास करता हूँ जिसमें उन्होंने सबसे पहले लोगों को दो समूह में बाँटा और फिर एक समूह को कहा कि हम आपको बहुत सारी फ़ोटो दिखाएँगे जिसमें कुछ अक्षर होंगे और जितने अक्षर को आप पहचानेंगे उतने ही इनाम जीतने के मौके आपको मिलेंगे।
इसी तरह दूसरे समूह को उन्होंने कहा कि वे उन्हें बहुत सारे फ़ोटो दिखाएँगे जिसमें कुछ नम्बर लिखे होंगे जितने नम्बरों को आप पहचानेंगे उतने ही इनाम जीतने के मौके आपको मिलेंगे। इसके बाद उन्होंने दोनों समूह के लोगों को जल्दी-जल्दी बहुत सारे फ़ोटो दिखाने शुरू किए जिसमें ढेरों अंक और अक्षर लिखे हुए थे। फ़ोटो दिखाने के बाद अंत में जब उन्होंने दोनों समूह के लोगों से पूछा कि आपने क्या देखा तो जिस समूह को अक्षर के लिए इनाम देने का कहा था उन्हें सिर्फ़ अक्षर ही दिखे और जिस समूह को नम्बर देखने के लिए कहा था उन्हें सिर्फ़ नम्बर ही दिखे।
दोस्तों, सपनों के जीवन को हक़ीक़त में बदलने के लिए इंसानी दिमाग़ ठीक इसी तरह काम करता है। जब आप इस जीवन को जीने में आने वाली परेशानियों को देखना चाहते हैं तो आपको सिर्फ़ और सिर्फ़ परेशानियाँ दिखती हैं और जब आप सम्भावनाओं पर फ़ोकस करते हैं तो आपको जीवन में सिर्फ़ सकारात्मक सम्भावनाएँ घटित होते हुए लगती हैं। इसीलिए दोस्तों, ग्रोथ माइंडसेट रखना या अपना ध्यान सिर्फ़ सकारात्मक सम्भावनाओं पर केंद्रित करना आपको आपके अंतिम लक्ष्य के करीब लाता है।
आज के लिए इतना ही दोस्तों कल हम अगले दो सूत्र सीखेंगे।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर