फिर भी ज़िंदगी हसीन हैं...
सपने पूरे करने है तो करें यह कार्य
Nov 25, 2021
सपने पूरे करने है तो करें यह कार्य…
लक्ष्य के बिना जीवन उस दीये के सामान है, जिसमें तेल ना हो अथवा फ़ुटबॉल के उस मैच के समान है जिसके ग्राउंड पर गोल पोस्ट ही ना हो। दोस्तों जीवन में लक्ष्य का होना उसे दिशा देता है और उस दिशा में योजनाबद्ध तरीक़े से चलना हमारी दशा बदलता है। लक्ष्य और सपने देखना सफलता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। बिना किसी योजना के आपको कैसे पता चलेगा कि आपको कहाँ जाना है या क्या करना है?
जी हाँ दोस्तों बिना लक्ष्य के सफलता की चाह रखना बेमानी है और शायद इसीलिए हमसे बार-बार पूछा जाता है कि हमारे सपने और लक्ष्य क्या हैं और हमारा जवाब अकसर अच्छी नौकरी, बड़ा सा व्यापार, पैसे वाला या करोड़पति बनना, आदि रहता है। दोस्तों उपरोक्त सभी जवाब हमारी इच्छाओं और चाहतों पर आधारित है। लेकिन सोचकर देखिएगा क्या इच्छा अथवा चाहत का होना सफल होने के लिए काफ़ी है? शायद नहीं, क्यूँकि हमारे जवाब उस अंतिम परिणाम पर आधारित हैं जो बिना किसी कार्य योजना पर चले पूरे नहीं हो सकते। अर्थात् जवाब देते वक्त हम कभी भी इन लक्ष्यों को हक़ीक़त में बदलने वाली प्रॉसेस को अपने दिमाग़ में नहीं रखते हैं। हम भूल जाते हैं कि इन्हें हक़ीक़त में बदलने के लिए हमें कुछ और करना होगा।
जैसे आप अमीर बनना चाहते हैं, तो सबसे पहली बात जो आपको पता होना चाहिए, वह है कि आप पैसे कैसे कमाएँगे या पैसे कमाने के लिए आपको क्या करना होगा? क्या आपको किसी प्रशिक्षण की आवश्यकता है? या आपको कुछ किताबें पढ़ना होगी, या फिर क्या आपकी कार्य योजना तैयार है अथवा आप तुरंत शुरुआत करने के लिए तैयार हैं या नहीं आदि।
योजना बनाकर उसपर काम करने के स्थान पर प्रार्थना करना और अपने पक्ष में परिणाम आएगा, इस भरोसे बैठना, आपको सिर्फ़ और सिर्फ़ सपनों से दूर करेगा। याद रखें सपने एक दिन में सच नहीं होते। उन्हें हक़ीक़त में बदलने के लिए हमें खुद पर भरोसा रखते हुए योजना बनाना होगी और उस योजनानुसार आपको लक्ष्य की दिशा में छोटे-छोटे कदम उठाना होंगे। उसे हक़ीक़त में बदलने के लिए मेहनत करना होगी, फिर भले ही परिस्थितियाँ विपरीत ही क्यों ना हों। बिना बाधाओं और चुनौतियों के जीवन में कुछ भी बड़ा नहीं पाया जा सकता है। बाधाओं और चुनौतियों से डरे नहीं बल्कि उनका सामना करें। मेरा मानना है, बाधाएँ और चुनौतियाँ आपको होशियार बनाती हैं। नया सीखने, अपनी क्षमताओं को खोजने और पहचानने का मौक़ा देती हैं। जब आप इनका सामना योजनाबद्ध तरीक़े से करते हैं तब बाधाएँ और चुनौतियाँ भी अवसर में बदल जाती हैं क्यूँकि इन्हें योजनाबद्ध तरीक़े से दूर करना भी आपकी योजना का हिस्सा होता है।
दोस्तों सपनों को साकार करना उतना आसान नहीं होता जितना हम मोटिवेशनल सेशन, सोशल मीडिया, किताबों या कहानियों में सुनते हैं या हमें बताया जाता है। याद रखिएगा कोई भी हमें असफल क्यों हुए, यह नहीं बताता है। दोस्तों जीवन बनाना, सपनों को सच करना अगर इतना आसान होता तो दुनिया में सिर्फ़ सफल लोग ही होते। अगर आप अपने सपनों को वाक़ई सच करना चाहते हैं तो आपको उपरोक्त तरीक़ों पर काम करना होगा। रास्ते में मिलने वाली असफलताओं को स्वीकारना होगा और हर गलती के बाद अपनी रणनीति को बेहतर बनाना होगा और रोज़ कार्य करना होगा।
आइए आज निर्णय लेते हैं कि सपनों के बारे में पूछे जाने पर सिर्फ़ जवाब देने के लिए जवाब नहीं देंगे बल्कि सपनों को हक़ीक़त में बदलने के लिए उसके सबसे कठिन हिस्से, लक्ष्यों को छोटे भागों में बाँटना, उन छोटे भागों के लिए योजना बनाना और रोज़ उसे हक़ीक़त में बदलने के लिए कार्य करने से करेंगे। याद रखें दोस्तों, बड़ी तस्वीर बनाने की शुरुआत कैनवास पर खींची गई पहली लाइन से ही होती है ठीक उसी तरह बड़े से बड़े लक्ष्य को पाने की शुरुआत उस दिशा में उठाए गए पहले छोटे से कदम से होती है।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर