Mar 13, 2023
फिर भी ज़िंदगी हसीन है…
दोस्तों, हाल ही में मेरे एक रिश्तेदार ने मुझसे कहा, ‘निर्मल, तुम्हारा काम बहुत अच्छा है, चार अच्छी बातें बोलो और पैसे ले लो।’ उनकी बात सुन मैं सिर्फ़ मुस्कुरा कर रह गया जो शायद उनकी अपेक्षा के विरुद्ध था। कुछ पलों तक मेरी प्रतिक्रिया का इंतज़ार करने के पश्चात वे बोले, ‘असल में यह मेरा व्यक्तिगत अनुभव है कि तुम जैसे लोग व्यवसाय या जीवन को बेहतर बनाने के लिए जो भी कहते हैं, उससे कोई लाभ नहीं होता है। पूर्व में मैंने भी कई लोगों से ट्रेनिंग और कंसलटेंसी ली है, लेकिन मुझे कभी भी उससे कोई लाभ नहीं हुआ।’
वैसे, उनकी यह प्रतिक्रिया भी मेरे लिए आश्चर्य पैदा करने वाली नहीं थी क्योंकि मेरा भी यही मानना है कि जब तक आप सीखने के नज़रिए से ट्रेनिंग या कंसलटेंसी नहीं लेंगे तब तक आपको उससे कोई लाभ पहुँचने वाला नहीं है। फिर भी इस बार मैंने रिश्तेदार को जवाब देने का निर्णय लिया और मुस्कुराते हुए कहा, ‘आप बिलकुल सही कह रहे हैं। मेरे जैसे को तो छोड़िए, अगर ईश्वर स्वयं भी आपको बताएँगे; आपको सफलता के सूत्र समझाएँगे, तब भी आपको कोई लाभ होने वाला नहीं है। मेरी बात सुनते ही वे सकपका गए। शायद उन्हें इस तरह के जवाब की उम्मीद नहीं थी। मैंने उन्हें लगभग नज़रंदाज़ करते हुए बात आगे बढ़ाते हुए कहा, ‘ट्रेनिंग या कंसलटेंसी से आप किसी भी परिस्थिति, व्यक्ति अथवा प्रोसेस आदि को अलग नज़रिए से देख पाते है। ट्रेनिंग या कंसलटेंसी से प्राप्त इस नई दृष्टि, नए नज़रिए या सुझाव आदि पर अगर आप अमल करते हैं, तो ही आप नए परिणाम पा पाते हैं अन्यथा ट्रेनिंग या कंसलटेंसी पर लगाया गया समय और पैसा दोनों बर्बाद हो जाता है।’
असल में दोस्तों, अच्छी बातों या सुझावों को सुनने से आपको विभिन्न स्थितियों या परिस्थितियों अथवा जीवन को देखने की सकारात्मक दृष्टि मिलती है या यह कहना बेहतर होगा कि आपको परिस्थितियों या जीवन को देखने का नया नज़रिया मिलता है। अन्यथा इन सकारात्मक बातों या सुझावों के अभाव में आप अपने जीवन को मुश्किल या परेशानी भरा बना लेते हैं। इसलिए दोस्तों, मेरा मानना है कि सिर्फ़ ट्रेनिंग-कोचिंग ही आपको अप्रत्याक्षित स्थितियों से बचा सकती है।
दोस्तों, अगर आपकी ऊर्जा, आपका ज्ञान, आपके संसाधन आपको जीवन में सफलता दिलाने वाली नाव है, तो कोच, ट्रेनर या काउन्सलर आपकी नाव को डूबने से बचाने वाली पतवार है। एक शब्द में कहूँ तो आपका जीवन अगर पतंग है तो कोच, ट्रेनर या काउन्सलर से मिला ज्ञान या सुझाव उसे भटकने से बचाने वाली डोर है। जी हाँ साथियों, अगर आपकी ऊर्जा, आपका ज्ञान, आपके संसाधन या यूँ कहूँ आपका जीवन वृक्ष है, तो कोच, ट्रेनर या काउन्सलर से मिला ज्ञान या सुझाव उसे हरा-भरा या जल्दी बढ़ाने वाली खाद और पानी है।
आगे बढ़ने से पहले मैं आपको बता दूँ दोस्तों कि ऐसा नहीं है कि बिना कोच, ट्रेनर या काउन्सलर के हम अपने लक्ष्यों को नहीं पा सकते हैं या सफल नहीं हो सकते हैं। निश्चित तौर पर इन सभी के बिना भी आप अपने जीवन में सफल हो सकते हैं, अपने लक्ष्यों को पा सकते हैं, बस उसमें आपको अधिक समय, संसाधन और ऊर्जा लग सकती है। इसलिए दोस्तों, विशेषज्ञों से मदद लेना हर हाल में आपके लिए लाभदायक है। शायद इसी वजह से हर सफल इंसान किसी ना किसी को अपने लिए, अपनी कम्पनी के लोगों के लिए कोच, ट्रेनर या काउन्सलर रखता है। इसलिए दोस्तों, अगर आज के बाद आपको कभी भी किसी कोच, ट्रेनर या काउन्सलर का साथ मिले, तो पूर्ण समर्पण और निष्ठा के साथ उनकी कही बातों या दिए गए सुझावों या ज्ञान को दिल से अपनाना, समझना और उस पर काम करना बेहद महत्वपूर्ण हैं। यह आपको सफल होने, लक्ष्यों को पाने में मदद करेगा।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर
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