top of page
Writer's pictureNirmal Bhatnagar

असफलता अंत नहीं…

Nov 9, 2022

फिर भी ज़िंदगी हसीन है…

दोस्तों, आपने अक्सर लोगों को क़िस्मत को दोष देते हुए, हार मानते हुए देखा होगा। मैं स्वयं पूर्व में इसी माइंडसेट से कार्य किया करता था, लेकिन समय के साथ मैंने सीखा कि ज़्यादातर मामलों में असफलता की सबसे बड़ी वजह तकनीकी, कौशल, संसाधन आदि नहीं बल्कि मानसिक अवस्था या हमारी सोच होती है। जी हाँ साथियों, मेरी नज़र में असफलता से सफलता की यात्रा बिलीवर से अचीवर बनने की यात्रा है और इस यात्रा को सफलता पूर्वक पूरा करने के लिए सबसे पहले आपको अपनी सोच पर कार्य करना होगा, जिससे आप अपने अंदर सही दृष्टिकोण का निर्माण कर सकें। याद रखिएगा व्यवसायिक या भावनातमक नुक़सान आपको तोड़ भी सकते हैं तो आपको अचीवर भी बना सकते हैं क्यूँकि असफलता का दर्द जो आप असफलता के क्षणों में महसूस करते हैं, वही आपकी भविष्य की सफलता का सबसे बड़ा प्रेरक हो सकता है। लेकिन अगर आप इस बात को समझ नहीं पाते हैं तो आप जीवन भर के लिए नकारात्मक या असफल मानसिकता के शिकार बन जाते हैं।


दोस्तों, अगर आप किसी भी प्रकार की असफलता से बाहर आकर अपनी सफलता की कहानी गढ़ना चाहते हैं तो सबसे पहले सुनिश्चित करें कि असफलता आपको क़ाबू में ना ले ले। इसके लिए आपको स्वयं को याद दिलाना होगा कि मुझे असफलता सिर्फ़ एक काम में मिली है, मैं स्वयं असफल नहीं हुआ हूँ। अगर आप खुद को यह समझाने में असफल हो गए तो यह जीवन भर दुखों का कारण बन सकता है। याद रखिएगा, दुःख और सुख, असफलता और सफलता, हमारे जीवन का सिर्फ़ एक हिस्सा है। इस जीवन में सब कुछ वैसा नहीं होता जैसा हमने सोचा था या जिसके लिए योजना बनाई थी।


जी हाँ साथियों, असफलता सिर्फ़ बड़ी सफलता की तैयारी का नाम है। यह आपको जीवन में रोकने, दुश्चक्र में फँसने या गड्डे में धकेलने के लिए नहीं है। यह तो सिर्फ़ आने वाले समय में आपको खुशहाल और सफल बनाने के लिए है। इस असफलता या हार का मतलब सिर्फ़ इतना सा है कि सोचे हुए परिणाम पाने के लिए बनाई गई योजना और किए गए कार्य नाकाफ़ी हैं। अगर आप अपनी योजना और कार्य करने के तरीके में बदलाव लाएँगे तो आप निश्चित तौर पर सफल हो पाएँगे।


नुक़सान होने या असफल होने के बाद आपकी सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप आशा के विपरीत मिले परिणामों के साथ करते क्या हैं? पहले विकल्प के रूप में आप चाहें तो आरोप-प्रत्यारोप, दोषारोपण कर अपनी ज़िम्मेदारी से मुक्त हो, असफल बने रह सकते हैं। अर्थात् अपनी ज़िम्मेदारियों से पलड़ा झाड़, हमेशा पछतावे के भाव से रह सकते हैं और दूसरे विकल्प के रूप में आप अपनी असफलता से सीख जीवन में आगे बढ़ सकते हैं।


अगर आप असफलता से सीख लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले योजना बनाने से लेकर किए गए कार्यों तक का निष्पक्ष विश्लेषण करना होगा। इसके लिए सबसे पहले खुद को याद दिलाएँ कि आपका जन्म सफल होने के लिए हुआ है और इसीलिए मैं स्वयं को बदलने के लिए तैयार हूँ। अधिक सुखद और सफल भविष्य बनाने के लिए मुझे अपने दर्द, अपनी असफलताओं को सीढ़ी की तरह इस्तेमाल करना होगा। असफलता से मिली सीख के कारण मैं पहले से ज़्यादा मज़बूत बन गया हूँ।


दोस्तों, असफलता के बाद, जब आप खुद को मानसिक रूप से मज़बूत बना लें तब सिर्फ़ 4 चीजों पर काम करना शुरू करें। पहली इच्छा, दूसरा ज्ञान, तीसरा कौशल और चौथा रणनीति। याद रखिएगा इस दुनिया में आज तक जो भी लोग सफल हुए हैं उन्होंने असफलता को पड़ाव बना उपरोक्त चारों क्षेत्रों पर का करा है।


-निर्मल भटनागर

एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर

12 views0 comments

Comments


bottom of page