Feb 25, 2025
फिर भी ज़िंदगी हसीन है…

दोस्तों, अक्सर आपने लोगों के व्यवहार में काम को कल पर टालने का नजरिया देखा होगा। इन लोगों का मूल मंत्र कबीर के दोहे, ‘काल करे सो आज कर…’ के ठीक विपरीत होता है। अर्थात् यह लोग, ‘काल करे सो आज कर पर नहीं…’ अपितु ‘आज करे सो काल कर, काल करे सो परसों! इतनी भी क्या जल्दी है, जब जीना है हमें बरसों!’, पर आधारित जीवन जीते हैं। मुझे तो ऐसा लगता है, ऐसे लोग शायद जानते ही नहीं हैं कि हमारे जीवन में तनाव की मुख्य वजह हमारी ऐसी आदतें ही होती हैं। आइये, आज हम इसी विषय याने काम टालने की प्रवृति से उत्पन्न तनाव पर चर्चा करते हैं और एक कहानी से शुरुआत करते हैं-
कई साल पहले की बात है, एक गाँव में राम और श्याम नाम के दो मेहनती किसान रहा करते थे। दोनों में अगर कोई अंतर था तो वह था काम को करने के तरीक़े का। राम का नियम था कि जो भी काम आज करना है उसे आज ही पूरा कर लो और इसके विपरीत श्याम सोचता था कि अभी तो बहुत समय है, इसे हम कल कर लेंगे। इस सोच के कारण पूर्व में वो कई बार नुक़सान उठा चुका था। इस बार भी बारिश के मौसम में समय पर बोहनी ना कर पाने के कारण उसकी फसल अच्छी नहीं हो पाई थी, जबकि राम के खेत लहलहा रहे थे। इसका सीधा-सीधा असर दोनों की माली हालत में देखा जा सकता था। राम अपने जीवन में जहाँ तरक्की कर रहा था, वही श्याम कर्ज में डूबता जा रहा था।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है दोस्तों, कि काम को टालने की प्रवृत्ति हमारे जीवन में नुकसान ही लाती है और इसका असर आप रोजमर्रा की ज़िंदगी में भी देख सकते हैं। सोच कर देखिए, अगर आप अपने ऑफिस असाइनमेंट या प्रोजेक्ट को समय पर पूरा नहीं कर पाये तो क्या होगा? निश्चित तौर पर आखरी समय में आपकी भागदौड़ बढ़ जाएगी और आपको अनावश्यक तनाव का सामना करना पड़ेगा। इसका अंतिम परिणाम गुजरते वक्त के साथ आपके जीवन को धीरे-धीरे अव्यवस्थित बना देगा। इसी बात को दूसरे शब्दों में कहा जाये तो, जब हम अपने काम को कल पर टालते हैं, तो न केवल हम अपना तनाव बढाते है, बल्कि हम खुद को मुश्किलों में भी डाल देते हैं।
यकीनन दोस्तों, अब आप सोच रहे होंगे कि इस प्रवृत्ति से बचा कैसे जाए? तो चलिए, कुछ आसान उपाय जानने का प्रयास करते हैं:
1) समय प्रबंधन – अपने दिन को व्यवस्थित करें। टू-डू लिस्ट बनाएं और प्राथमिकताएं तय करें।
2) खुद पर भरोसा रखें – किसी और पर निर्भर न रहें। खुद अपने कार्यों की ज़िम्मेदारी लें।
3) छोटे लक्ष्य बनाएं – बड़ा लक्ष्य डराने वाला हो सकता है, इसलिए उसे छोटे-छोटे हिस्सों में बाँटें और समय पर पूरा करें।
4) स्व-अनुशासन अपनाएं – आदत बनाएँ कि काम को तय समय पर पूरा करना ही है।
5) स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं – सही दिनचर्या, व्यायाम और सही खानपान से दिमाग और शरीर दोनों सक्रिय रहते हैं।
तो दोस्तों, अब तो आप भी मेरी इस बात से सहमत होंगे कि ‘ आज का काम कल पर मत टालो, क्योंकि कल कभी नहीं आता!’ आपकी सफलता आपके हाथ में है। इसलिए आज ही से अपने काम को समय पर करने की आदत डालें और देखें कि कैसे आपका जीवन अधिक व्यवस्थित और खुशहाल बनता है।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर
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