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Writer's pictureNirmal Bhatnagar

कृतज्ञता और प्रशंसा की शक्ति…

Oct 27, 2023

फिर भी ज़िंदगी हसीन है…

दोस्तों आपके कहे शब्द किसी की को निरुत्तर कर उसकी आँखों में ख़ुशी और संतुष्टि के आंसू ला सकते हैं, तो किसी के दिल पर हमेशा के लिए एक गहरा घाव भी छोड़ सकते हैं। अगर व्यवसायिक नज़रिए से उपरोक्त बात को देखा जाये तो पहली कैटेगरी में आने पर आपको एक लीडर के तौर पर स्वीकारा जाएगा और दूसरी कैटेगरी में आने पर आपको एक खड़ूस बॉस के रूप में पहचाना जाएगा।


अगर आप वाक़ई पहली कैटेगरी के अनुसार एक अच्छे लीडर के रूप में अपनी पहचान बनना चाहते हैं तो मेरा सुझाव है कि आप अपने अंदर लोगों के अच्छे कार्यों को पहचानने, उनकी प्रशंसा करने और उनके प्रति कृतज्ञता का भाव रखने की आदत विकसित कर लें। जी हाँ दोस्तों, साधारण सी लगने वाली इस बात में वाक़ई में कमाल की शक्ति है। जिस तरह पौधों को अगर अच्छे से खाद पानी दिया जाए तो वे खिल उठाते हैं ठीक उसी तरह अगर लोगों की प्रशंसा की जाये तो वे भी खिल उठते हैं और यही तो एक महान नेता का सबसे महत्वपूर्ण गुण है। इसीलिए मैं हर सीनियर लीडर, अधिकारी, माता-पिता या पालकों से कहता हूँ कि वे अपने से छोटों को प्रशंसा करना और कृतज्ञ रहना; धन्यवाद कहना सिखायें क्योंकि ऐसा करना उसे लोगों की भीड़ से एकदम अलग कर देगा।


अगर आप मेरी बात से सहमत ना हों तो जरा एक बार अपने अतीत में झांक कर देखिए और मुझे बताइए कि आज तक आपको कितने लोग मिले हैं जिन्होंने आपसे कहा है कि मैं दूसरों की सराहना करने में अच्छा हूँ या उनके द्वारा किए गए अच्छे कार्य के लिए कृतज्ञ हूँ। याद रखियेगा जीवन में अपने आपको अच्छा आलोचक कहने वाले तो आपको हज़ारों लोग मिल जाएँगे, लेकिन आपके द्वारा किए गए अच्छे कार्य के लिए धन्यवाद कहने वाले; उसके लिए कृतज्ञ रह कर, प्रशंसा करने वाले चुनिंदा ही होंगे और यही बात हमारे समाज का एक दुखद पहलू है।


जिस दिन मुझे इस बाद का एहसास हुआ था मैंने लोगों का धन्यवाद कहने का बहाना खोजना शुरू कर दिया था। अर्थात् जिस भी इंसान से मुझे ज़रा सी भी मदद मिली मैंने उस व्यक्ति का हृदय से धन्यवाद करना प्रारंभ कर दिया। इसने जादुई तरीक़े से लोगों के बीच में मेरी स्वीकार्यता बढ़ा दी। अब लोग मुझसे ज़्यादा खुल कर चर्चा करते हैं, अपने बारे में बताते हैं, मुझसे अपने जीवन के बारे में सलाह लेते हैं, मेरे साथ मित्रतापूर्ण व्यवहार करते हैं, मुझे अधिक पसंद करते हैं। यह वाक़ई एक जादुई अनुभव है, जिसके कारण मैंने कृतज्ञता और प्रशंसा को अपनी आदतों में शुमार किया।


अगर आप भीड़ का हिस्सा बनने के स्थान पर लीडर बनाना चाहते हैं तो मेरी सलाह पर कृतज्ञता और प्रशंसा की शक्ति को पहचाने और लोगों की अधिक सराहना करना शुरू करें, विशेषकर उन लोगों की जो हमारे करीबी हैं, क्योंकि वे वही हैं जिन्हें हम हल्के में लेते हैं और अक्सर उन्हें धन्यवाद कहने से चूक जाते हैं। याद रखियेगा, कम्युनिकेशन, प्रशंसा और समझ किसी भी सफल रिश्ते की आधारशिला है। अर्थात्, अगर आप लोगों के अच्छे कार्य की प्रशंसा करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता का भाव रखते हैं तो आप उतने ही अधिक प्रशंसनीय और आभारी होते जाते हैं। तो आइए दोस्तों इस त्योहारी सीजन में एक प्रतिज्ञा लेते हैं। आज से हम जितने भी लोगों से मिलेंगे उनकी सराहना करते हुए कम से कम एक सकारात्मक शब्द ज़रूर कहेंगे जिससे हम उन्हें भी कृतज्ञता और प्रशंसा की ताक़त सिखा दें।


-निर्मल भटनागर

एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर

nirmalbhatnagar@dreamsachievers.com

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