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गणतंत्र दिवस से सीख लेकर जिएँ बेहतर जीवन…

Writer's picture: Nirmal BhatnagarNirmal Bhatnagar

Jan 26, 2025

फिर भी ज़िंदगी हसीन है…

दोस्तों, सर्वप्रथम तो आप सभी को विशेष और गौरवशाली दिन याने हमारे 76वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई। आज ही के दिन याने 26 जनवरी 1950 को हमने बाबा भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में बनाया गया अपना संविधान लागू किया था और हमने संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, और लोकतांत्रिक गणराज्य बनने की दिशा में पहला और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया था। आइए आज हम इतिहास को याद करने और भारत माता के प्रति सम्मान व्यक्त करने के साथ-साथ इससे अपने व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन को बेहतर बनाने के गहरे और महत्वपूर्ण सबक लेते हैं।


1. संविधान का आदर और नियमों का पालन

गणतंत्र दिवस हमें यह सिखाता है कि कानून और नियम जीवन को व्यवस्थित और अनुशासित बनाते हैं। जैसे देश का संविधान देश को चलाने के लिए एक मार्गदर्शक है, वैसे ही हमें अपने जीवन में भी नियम और अनुशासन अपनाने चाहिए। उदाहरण के लिए आप अपनी जीवनशैली में समय का पालन करना; अपने वादों और जिम्मेदारियों को निभाना; एक सकारात्मक और सशक्त जीवन के लिए अनुशासन को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना, आदि सुनिश्चित कर सकते हैं,


2. समानता और सम्मान का महत्व

भारत का संविधान हर नागरिक को समान अधिकार और स्वतंत्रता देता है। यह हमें सिखाता है कि जीवन में सबको समान रूप से सम्मान देना चाहिए। इसलिए आज से ही दूसरों के विचारों और भावनाओं का सम्मान करें। जाति, धर्म, या लिंग के भेदभाव से ऊपर उठ कर जीवन जियें और अपने घर, कार्यस्थल, और समाज में समानता को बढ़ावा दें।


3. एकता और सामूहिकता का संदेश

गणतंत्र दिवस का मुख्य संदेश ‘विविधता में एकता’ है। यह दिन हमें सिखाता है कि जब हम मिलकर काम करते हैं, तो बड़ी से बड़ी चुनौतियों को पार कर सकते हैं। उदाहरण के लिए आप अपने रिश्तों को मजबूत करने के लिए परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के साथ तालमेल बनाकर काम करें। इसके साथ ही अपने आस-पास के समुदाय में सहयोग और समर्थन की भावना जगाने के लिए प्रयासरत रहें।


4. कर्तव्यों की जिम्मेदारी लें

गणतंत्र दिवस हमें यह भी याद दिलाता है कि अधिकारों के साथ-साथ हमारे कर्तव्य भी महत्वपूर्ण हैं। इस उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए अपने परिवार, समाज, और पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्यों को समझें; व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर दूसरों की मदद करें और अपने हर कार्य में पूर्ण ईमानदारी और निष्ठा रखें।


5. स्वतंत्रता का सही उपयोग करें

गणतंत्र दिवस यह भी सिखाता है कि स्वतंत्रता केवल अधिकार नहीं है, बल्कि एक जिम्मेदारी है। इसलिए अपनी स्वतंत्रता का उपयोग सकारात्मक और सृजनात्मक कार्यों के लिए करें और नकारात्मकता और हिंसा से दूर रहें। इतना ही नहीं हमेशा अपने विचारों और कार्यों से दूसरों को प्रेरित करने का प्रयास करें।


6. आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण

गणतंत्र दिवस हमें आत्मनिर्भर बनने का संदेश भी देता है। जैसे भारत ने अपनी स्वतंत्रता और संप्रभुता को बनाए रखा, वैसे ही हमें अपने जीवन में आत्मनिर्भर और सशक्त बनने की कोशिश करनी चाहिए। इसलिए आत्ममंथन और चिंतन को अपने जीवन का हिस्सा बनायें और अपनी कमजोरियों को पहचानकर, उन्हें दूर करने के लिए प्रयासरत रहें। साथ ही खुद पर विश्वास रखें और अपने लक्ष्यों की ओर दृढ़ता से आगे बढ़ें। ऐसा करना आपको अपनी समस्याओं को अपने प्रयासों से दूर करना सिखायेगा याने आपको आत्मनिर्भर बनायेगा।


7. प्रेरणा और संकल्प का दिन

26 जनवरी 1950 को हमने अपने देश को संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, और लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने का संकल्प लिया था और आज हम सफलतापूर्वक ऐसे बन भी पाये हैं। इसलिए हम गणतंत्र दिवस से प्रेरित हो, अपने जीवन को बेहतर बनाने का संकल्प भी ले सकते हैं। इसलिए आइए आज हम अपने अंदर सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लेते हैं और जीवन को बेहतर बनाने के लिए नए लक्ष्य तय करते हैं और उन्हें हासिल करने के लिए मेहनत करना शुरू करते हैं। साथ ही अपने सपनों को साकार करने के लिए हर क्षण खुद को प्रेरित करने का प्रण लेते हैं।


अंत में दोस्तों इतना ही कहना चाहूँगा कि गणतंत्र दिवस केवल एक राष्ट्रीय पर्व नहीं है; यह एक ऐसा अवसर है, जो हमें अपने जीवन को बेहतर बनाने के कई सबक देता है। अनुशासन, समानता, एकता, कर्तव्य, और स्वतंत्रता का सही उपयोग हमें न केवल एक बेहतर नागरिक बनाता है, बल्कि एक बेहतर इंसान बनने में भी मदद करता है। तो आइए, इस गणतंत्र दिवस पर हम यह प्रण लें कि हम अपने जीवन को और बेहतर बनाएंगे और अपने समाज और देश के विकास में योगदान देंगे। जय हिंद!

-निर्मल भटनागर

एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर

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