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  • Writer's pictureNirmal Bhatnagar

मन को प्रबंधित करने के 7 सूत्र - भाग 1

July 7, 2023

फिर भी ज़िंदगी हसीन है…

दोस्तों, इस दुनिया में सबसे प्रबंधित अगर कोई चीज़ है तो वह है, ‘समय!’, जी हाँ, यह अमीर हो या गरीब, गोरा हो या काला, आदमी हो या औरत, सभी के लिए एक समान है, 24 घंटे प्रतिदिन। लेकिन समय प्रबंधन सम्बन्धी ग़लत धारणाओं के कारण अक्सर लोग आपको समय की कमी से जूझते और इसे प्रबंधित करते दिख जाएँगे। जीवन के एक मोड पर मैं स्वयं इस समस्या से ग्रसित था। असल में साथियों, जो चीज़ पहले से ही सबके लिए एक समान प्रबंधित है, उसे और प्रबंधित करना सम्भव नहीं है। अगर आपको समय प्रबंधन सम्बंधित समस्या नज़र आ रही है तो इसका सिर्फ़ एक कारण है, आप अपना मन प्रबंधित नहीं कर पा रहे हैं। अगर आप अपना मन प्रबंधित करना सीख जाएँगे, तो समय प्रबंधन सम्बन्धी आपकी समस्या अपने आप ही ठीक हो जाएगी। आईए आज हम अपने समय का सही उपयोग करने के लिए आवश्यक मन को प्रबंधित करने के 7 सूत्र सीखते हैं-


पहला सूत्र - कार्यों की सूची बनाकर 3डी के सूत्र को अपनाएँ

‘टू डू लिस्ट’ याने कार्यों की सूची बनाना निश्चित तौर पर आपकी उत्पादकता को बेहतर बनाता है। लेकिन इस सूची पर अगर आप 3डी के सूत्र के अनुसार कार्य करना शुरू कर देंगे तो आप उत्पादकता बढ़ाने के लिए समय प्रबंधन याने मन का प्रबंधन सर्वोत्तम तरीक़े से करना सीख जाएँगे। इसके लिए सबसे पहले अगले कैलेंडर बनाना अर्थात् पहले से ही किस दिन कौनसा कार्य किया जाना है, की सूची बनाना शुरू कर दें। इसके पश्चात अगले दिन किए जाने वाले कार्यों को तीन सूचियों में बाँट दे। पहली सूची में वे कार्य रखें जो आपको जीवन में आगे बढ़ने, लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करने वाले हैं। दूसरी सूची में वे कार्य रखें जिन्हें करना तो आवश्यक है लेकिन वे आपको जीवन में आगे बढ़ने में मदद करने वाले नहीं है। तीसरी सूची में वे कार्य आएँगे जो ना तो आगे बढ़ने में मदद करने वाले हैं और ना ही उन्हें करना आवश्यक है। तीनों सूचियों पर 3डी के सिद्धांत के आधार पर कार्य करें।


जो कार्य आपको जीवन में आगे बढ़ाने वाले हैं उन्हें 3डी सिद्धांत के पहले डी याने ‘डू इट नाउ’ के अनुसार तुरंत पूर्ण करें। इसके पश्चात जिन कार्यों को करना तो ज़रूरी है लेकिन वे आपको जीवन में आगे बढ़ने में मदद नहीं करने वाले हैं उन्हें दूसरे डी याने ‘डेलिगेट इट’ के अनुसार दूसरों से पूर्ण करवाएँ और अंत में जो सूची बची है उसे अपनी ‘टू डू लिस्ट’ लिस्ट से अंतिम डी के अनुसार डिलीट कर दें।


दूसरा सूत्र - दो मिनिट का सूत्र अपनाएँ

‘यह तो छोटा सा कार्य है, 2 मिनिट में हो जाएगा। इसलिए मैं इसे बाद में कर लूँगा!’, सोचकर कामों को लटकाए रखना, अक्सर आपको समय सम्बन्धी समस्याओं में उलझा देता है। इसके स्थान पर 2 मिनिट से कम समय में पूरे हो सकने वाले कामों को तुरंत कर लें। इससे आपका काफी समय बचेगा, और गम्भीर विषयों पर सोचने के लिए आपका माइंड भी फ़्री रहेगा।


तीसरा सूत्र - मन की जगह योजनाओं को काग़ज़ पर बनाएँ

अक्सर कार्यों, प्राथमिकताओं और योजनाओं का दिमाग़ में होना हमें मानसिक तौर पर काफ़ी व्यस्त या उलझन भरा बना कर प्राथमिकताओं से भटका देता है। इसके विपरीत जब हम कार्यों, प्राथमिकताओं और योजनाओं को लिख कर रखते हैं तो हम सही तौर पर प्राथमिकताओं के अनुसार उनका विश्लेषण कर तय समय सीमा में मनचाहा परिणाम प्राप्त कर पाते हैं।


आज के लिए इतना ही दोस्तों, कल हम मन को प्रबंधित करने के अगले 4 सूत्र सीखेंगे।

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