Feb 11, 2025
फिर भी ज़िंदगी हसीन है...

दोस्तों, आज के इस विशेष लेख की शुरुआत मैं एक ऐसी कहानी से करने जा रहा हूँ, जो निश्चित तौर पर आपके दिल का ख़याल रखने में आपकी मदद करेगी। इसे साझा करने से पहले से मैं आपको बता दूँ कि इसे मूल रूप से किस महान डॉक्टर ने लिखा है, मैं नहीं जानता। लेकिन यह तो तय है कि उन्होंने इसमें हमारे दिल और उसको प्रभावित करने वाले सभी घटकों याने लिपिड प्रोफाइल को बहुत ही अनोखे तरीके से समझाया है।
चलिए एक कल्पना के साथ उनकी लिखी इस कहानी की शुरुआत करते हैं। मान लीजिए हमारा शरीर एक छोटा शहर है। इस शहर में अच्छे और बुरे दोनों तरह के लोग रहते हैं। बुरे लोगों या यूँ कहूँ इस शहर में रहने वाले अपराधियों में से सबसे मुख्य अपराधी कोलेस्ट्रॉल है। इस अपराधी के कुछ साथी भी हैं, और उन साथियों में से इसका सबसे बड़ा सहयोगी है, ट्राइग्लिसराइड। इनका काम बेवजह इस शहर की सड़कों पर घूमना, अराजकता फैलाना और रास्तों को जाम करना है।
इस शहर का केंद्र याने इस शहर के बीचों-बीच हृदय स्थित है और जब इस शहर का केंद्र हृदय है तो निश्चित तौर पर शहर की सभी सड़कें इसके केंद्र की ओर जाती होंगी। जब इन सड़कों पर अपराधियों की संख्या बढ़ती है, तो वे इस सड़क के मुख्य उपयोग को बाधित करने की कोशिश करने लगते हैं, इसका सीधा-सीधा प्रभाव हृदय के कार्यों को प्रभावित करने लगता है।
इसलिए इस शरीर रूपी इस शहर में इन्हें कंट्रोल करने के लिए एक पुलिस बल भी रखा जाता है। इस पुलिस में अच्छे और भ्रष्ट दोनों तरह के पुलिसवाले हैं। इन अच्छे पुलिसवालों में से एक का नाम एचडीएल है, जो इन अपराधियों को पकड़कर जेल याने हमारे यकृत में डालता है और यकृत अंत में उन्हें शरीर से बाहर फेंक देता है। इसके विपरीत एक भ्रष्ट पुलिसवाला, जिसका नाम एलडीएल है, वह इन अपराधियों को जेल से बाहर निकालकर वापस सड़कों पर छोड़ देता है।
इस आधार पर कहा जाये तो इस शहर की व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए अच्छी पुलिस याने एचडीएल की संख्या ज़्यादा होना आवश्यक है। लेकिन जब इस अच्छी पुलिस याने एचडीएल की संख्या कम हो जाती है, तो पूरा शहर अराजकता में डूब जाता है। अब आप ही बताइये, ऐसे शहर में कौन रहना चाहेगा? कोई भी नहीं ना… तो फिर क्या किया जाये? निश्चित तौर पर एक उपाय है, हमें अपराधियों को कम करना होगा और अच्छे पुलिसवालों की संख्या बढ़ाना होगी। सही कहा ना?
अगर सहमत हों तो अपराधियों को कम करने और पुलिसवालों की संख्या बढ़ाने के लिए दोस्तों पैदल चलना शुरू करें! आपके द्वारा चले गए हर कदम के साथ अच्छे पुलिसवालों याने एचडीएल की संख्या बढ़ेगी, और अपराधी कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड और एलडीएल कम होंगे। इससे आपका शरीर रुपी शहर फिर से स्वस्थ और ऊर्जावान हो जाएगा। आपका हृदय याने शहर का केंद्र उपरोक्त अपराधियों के जाम से सुरक्षित रहेगा। जब आपका हृदय स्वस्थ होगा, तो आप भी स्वस्थ रहेंगे।
इसके साथ ही अपने भोजन में निम्न 5 चीजों याने नमक, चीनी, सफेद मैदा, डेयरी उत्पाद और प्रोसेस्ड फूड को कम करें और इन 5 चीजों याने सब्जियां, दालें, फलियां, मेवे, कोल्ड प्रेस्ड ऑयल और फल को अपने भोजन में शामिल करें। इसी तरह अपनी उम्र, अपने अतीत और अपनी शिकायतों को भूल कर, अपने परिवार, अपने दोस्त, सकारात्मक सोच और साफ-सुथरे और सुसज्जित घर का आनंद लें। इसके लिए आपको हंसने और मुस्कुराने, नियमित रूप से अपनी गति से व्यायाम करने और अपने वजन को नियंत्रित रखने की आदत को अपनाना होगा।
दोस्तों अगर आप जीवन के हर पड़ाव पर खुश रहना चाहते हैं तो आपको उपरोक्त सभी के साथ निम्न छह जरूरी जीवनशैली आदतों को भी अपनाना होगा। पहली, प्यास लगने से पहले पानी पीना, दूसरी, थकान महसूस करने से पहले आराम करना, तीसरी, बीमार पड़ने से पहले अपना मेडिकल चेकअप करवाना, चौथी, चमत्कार की प्रतीक्षा करने की अपेक्षा भगवान पर भरोसा रखना, पांचवीं, हमेशा खुद पर विश्वास रखना, और छठा, हमेशा सकारात्मक और बेहतर भविष्य के लिए आशान्वित रहना।
इसलिए दोस्तों, जब भी मौक़ा मिले, पैदल चलना शुरू करें और स्वस्थ रहें और साथ ही अच्छी सेहत के लिए उपरोक्त सभी सूत्रों के साथ जियें। वैसे आप एक काम और कर सकते हैं अपने हमउम्र साथियों को खुश और स्वस्थ रखने के लिए इस संदेश को उनके साथ साझा करें।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर
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