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सतर्क रहें, सफल बनें…

Writer's picture: Nirmal BhatnagarNirmal Bhatnagar

Jan 19, 2025

फिर भी ज़िंदगी हसीन है…

एक बार बड़ी गहराई से सोच कर देखियेगा दोस्तों, कि अरबों साल पहले सारा ब्रह्मांड याने सारे ग्रहों और आकाशगंगाओं को बनाने के बाद और इस धरती पर जीवन के करोड़ों साल के बाद, ईश्वर ने आपको कुछ सालों पहले इस धरती पर क्यों भेजा? यकीनन उसे इस ब्रह्मांड में कुछ ना कुछ कमी लग रही होगी और वह उसे आपके माध्यम से दूर करना चाह रहा होगा। दूसरे शब्दों में कहूँ तो वह इस ब्रह्मांड को आपकी मदद से और बेहतर बनाना चाह रहा होगा। इसका सीधा-सीधा अर्थ हुआ आपका इस धरती पर आना ईश्वरीय योजना का हिस्सा है और जब ईश्वर ने आपको किसी विशेष मकसद के लिए चुना है, तो उसे पूरा करने के लिए आवश्यक क्षमता, शक्ति, संसाधन और जरूरी अवसर वह ख़ुद आपको देगा।


जी हाँ साथियों, ईश्वर के इस महत्वपूर्ण उद्देश्य की पूर्ति के लिए बस आपको अपने जीवन के उद्देश्य और शक्तियों को खोजना होगा और साथ ही ईश्वर के दिए अवसरों को पहचानना होगा। पहचानना इसलिए क्योंकि अवसर अक्सर बहुत ही छोटे रूप में हमारे सामने आते हैं। लेकिन अगर इन्हें पहचान कर भुना लिया जाये, तो यह महान परिणामों और सफलता का आधार बनते हैं। इसलिए ही क़िस्मत को सतर्कता के साथ, मौकों को पहचानने की हमारी क्षमता, कहा जाता है।


अब आप सोच रहे होंगे कि ‘हम मौकों या छोटे-छोटे अवसरों को पहचानें कैसे?’, तो मैं कहूँगा यह बहुत आसान है, बस आप सकारात्मक नजरिये, सकारात्मक सोच और सजगता के साथ वर्तमान में रहना शुरू कर दें। ख़ुद को विश्वास दिलायें कि हर समस्या के समाधान या हर नई शुरुआत या फिर रोजमर्रा के हर साधारण कार्य में अवसर छुपा है। यह सोच आपको हर पल सतर्कता के साथ चौकस दृष्टि बनाए रखने में मदद करेगी, जिससे आप समस्याओं को अवसरों में बदलने की आदत विकसित कर पायेंगे। अन्यथा इसके बिना हम पूर्व की तरह ही बड़े अवसरों की तलाश में ईश्वर के दिए इन छोटे-छोटे मौकों को नजरअंदाज कर देंगे, जबकि हक़ीक़त में यही छोटे अवसर हमारी सफलता का बीज होते हैं।


इसके लिए सर्वप्रथम आपको सहज रहने और सही स्थान पर होने के अंतर को पहचानना होगा। कई बार, हम उस स्थान पर सहज महसूस करते हैं, जहां हम हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम सही जगह पर हैं। जी हाँ, कम्फर्ट ज़ोन में होने का अर्थ ग्रोथ जोन में होना कतई नहीं है। ग्रोथ जोन में जाने के लिए आपको अवसर को पहचान कर लक्ष्य में बदलना और उसे पाने के लिए कार्य करना होगा। इसके पश्चात आप अपने लक्ष्यों और प्राथमिकताओं का नियमित रूप से मूल्यांकन करें और यह सुनिश्चित करें कि आपका वर्तमान मार्ग आपको बड़े उद्देश्य की ओर ले जा रहा है। याद रखिएगा, महान कार्यों और बड़ी सफलता के लिए किए गए कार्य में आत्म-संतोष याने सेल्फ सैटिसफ़ैक्शन से पहले यह देखना महत्वपूर्ण है कि वह आपको लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ने में मदद कर रहा है या नहीं। इसके लिए आपको सतर्क रहते हुए फ़ोकस के साथ अपने हर पल को जीना होगा क्योंकि जब हम सतर्क होते हैं, तो हम अपने आसपास की संभावनाओं को पहचानने में सक्षम होते हैं और ध्यान केंद्रित रखना हमें लक्ष्य से भटकने नहीं देता। जी हाँ साथियों, सतर्कता और ध्यान जीवन के हर पहलू में महत्वपूर्ण हैं। जो व्यक्ति हर क्षण अवसरों के प्रति सतर्क रहता है और अपने उद्देश्य पर फोकस करता है, वही सफलता की ऊंचाइयों को छूता है।


अंत में मैं इतना ही कहना चाहूँगा कि अवसर, चाहे छोटे हों या बड़े, हमारे चारों ओर होते हैं। उन्हें पहचानने के लिए सतर्कता और सकारात्मक दृष्टिकोण आवश्यक हैं। इसके साथ ही स्पष्टता, दृढ़ विश्वास, और निरंतरता जैसे गुण हमें भटकने से बचाकर, सही दिशा में ले जाते हैं क्योंकि अक्सर हम जहाँ होते हैं, वह हमेशा हमारी मंजिल नहीं होती। अगर आप महान कार्य करना चाहते हैं तो नियमित रूप से अपने लक्ष्य और प्राथमिकताओं का मूल्यांकन करें और सुनिश्चित करें कि आपका हर कदम आपको अपने सपनों के करीब ले जा रहा है। यही सफलता और संतोष का असली मार्ग है।


-निर्मल भटनागर

एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर

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