July 15, 2023
फिर भी ज़िंदगी हसीन है…

दोस्तों अपने 15 साल के ट्रेनिंग, कोचिंग और कंसलटेंसी के अनुभव के आधार पर कहूँ तो आधारभूत बातों पर कार्य ना करने के कारण ही इस दुनिया में ज़्यादातर लोग सफल होने के अपने सपने को कभी पूरा नहीं कर पाते हैं। कल हमने ऐसी ही प्रमुख 6 आधारभूत बातों में से 4 को सूत्रों के रूप में समझा था। आइए, अंतिम दो आधारभूत सूत्र सीखने के पहले उन चार सूत्रों को संक्षेप में दोहरा लेते हैं-
पहला सूत्र - कड़ी मेहनत
भाग्य के भरोसे बैठने से कभी सपने पूरे नहीं होते उसके लिए तो कड़ी मेहनत करना पड़ती है। इसी लिए भाग्य याने लक (LUCK) को ‘लेबर अंडर करेक्ट नॉलेज’ कहा जाता है। इस आधार पर कहा जाए तो अगर आप सफल होना चाहते हैं तो याद रखें ज्ञान, तकनीक और कला भी तभी आपको सफल बनाएगी जब आप कड़ी मेहनत करेंगे।
दूसरा सूत्र - धैर्य
धैर्य, हाथ पर हाथ रखकर बैठने और ईश्वरीय चमत्कार का इंतजार करने का नाम नहीं है। यह तो परिणामों की चिंता किए बग़ैर खुल कर कार्य करने का नाम है। इसलिए जब आप समाज के साथ धैर्य पूर्वक व्यवहार करते है तो यह आपके अंदर दूसरों के लिए सम्मान का भाव पैदा करते है और अगर आप स्वयं के प्रति कठोर होने के स्थान पर धैर्य पूर्वक रहते हैं तो यह आपका आत्मविश्वास बढ़ाता है। इसी तरह प्रभु या ईश्वर के साथ धैर्य रखना आपके विश्वास को मज़बूत करता है। इसलिए मैं धैर्य को किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए सबसे आवश्यक बातों में से एक मानता हूँ।
तीसरा सूत्र - त्याग
अगर आप अपने सपनों को पूरा करने के लिए अनावश्यक बातों, कार्यों और लोगों को नहीं त्याग रहे हैं तो निश्चित तौर पर आप अपनी चाहतों, सपनों या लक्ष्यों का बलिदान कर रहे हैं। दूसरे शब्दों में कहूँ तो लक्ष्य पूर्ति के लिए आवश्यक प्राथमिकताओं पर कार्य करने के स्थान पर समझौता करना अंततः आपके सपनों की बली ले लेता है।
चौथा सूत्र - निरंतरता
किसी भी कार्य में निरंतरता आपकी कार्यशैली को पैना कर गुणवत्ता को औसत से उत्कृष्ट में बदलती है और किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता के साथ निरंतर कार्य करना आपको सफल बनाता है।
चलिए, अब हम सफलता के 6 आधारभूत सूत्रों के बचे हुए अंतिम 2 सूत्र सीखते हैं-
पाँचवाँ सूत्र - अनुशासन
अनुशासन और सफलता एक ही सिक्के के दो पहलू हैं क्योंकि जब आप अनुशासित रहते हैं याने नियमित रूप से नियमों का पालन करते हुए किसी लक्ष्य को पाने के लिए कार्य करते हैं, तब आप सफल होते हैं। इसीलिए अनुशासन को सफलता की कुंजी माना जाता है। याद रखिएगा, प्रेरणा आपको किसी कार्य को शुरू करने में मदद करती है और अनुशासन आपको उस क्षेत्र में लगातार कार्य कर, आगे बढ़ने में मदद करता है। आप किसी भी सफल व्यक्तित्व का जीवन बारीकी से देख लीजिए आप पाएँगे कि उन्होंने अनुशासन से ही अपनी साधारण यात्रा को असाधारण बनाया है। याद रखिएगा, अनुशासन आपको अपनी कमज़ोरियों को ताक़त में बदलने का मौक़ा देता है
छठा सूत्र - आत्मविश्वास
आत्मविश्वास जीवन में मिले तमाम नकारात्मक अनुभवों या परिणामों के बाद भी लक्ष्य की ओर बढ़ने में मदद करता है। यह आपको तात्कालिक असफलता, स्थिति-परिस्थिति और जीवन को सही नज़रिए से देखने में मदद करता है। उदाहरण के लिए मान लीजिए आप किसी से मिलने जा रहे हैं, तब आत्मविश्वास यह सोच रखना नहीं है कि सामने वाला आपको पसंद करेगा, बल्कि यह सोचना है कि उसने अगर मुझे पसंद ना भी किया, तो भी यह मेरे लिए लाभप्रद रहेगा।
आशा करता हूँ दोस्तों, आप उपरोक्त 6 सूत्रों को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएँगे और अपने लक्ष्यों को हक़ीक़त में बदलेंगे।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर
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