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Writer's pictureNirmal Bhatnagar

सोच बदलो जीवन बदल जाएगा…

May 3, 2024

फिर भी ज़िंदगी हसीन है…

आईए दोस्तों, आज के लेख की शुरुआत एक कहानी से करते हैं। रामपुर गाँव में दो दोस्त रहा करते थे, जिनमें से एक कुम्हार था तो दूसरा एक शिक्षक। एक दिन विद्यालय से लौटते वक़्त शिक्षक के मन में विचार आया कि ‘क्यों ना मैं आज अपने दोस्त से मिलते हुए घर जाऊँ?’ विचार आते ही शिक्षक मित्र तुरंत अपने मित्र के घर पहुँच गया। उस वक़्त कुम्हार कुछ बनाने के लिए मिट्टी को गूँथ रहा था। मित्र को घर आया देख वह खुश हो गया और दोनों आपस में मस्ती मज़ाक़ करने लगे।


कुछ देर पश्चात शिक्षक मित्र बोला, ‘मित्र, आज क्या बनाने की तैयारी कर रहे हो?’ कुम्हार बोला, ‘मित्र, आज के युवा काफ़ी नशा करते हैं। लोगों की हालत को देखकर मुझे लगता है कि बाज़ार में चिलम आराम से अच्छे दाम पर बिक सकती है। इसलिए मैं चिलम बनाने की सोच रहा हूँ। शिक्षक मित्र, जो कुम्हार की बातों को बड़े ध्यान से सुन रहा था, मुस्कुराते हुए बोला, ‘मित्र, चिलम बनाना छोड़ो। सुराही बनाओ… सुराही…गर्मी का मौसम अब आ ही गया है, इसलिए बाज़ार में सुराही खूब बिकेगी।’


मित्र की सलाह सुन कुम्हार ने चिलम बनाना छोड़, सुराही बनाना शुरू कर दिया। मिट्टी, जो अब तक चिलम का रूप ले चुकी थी, एकदम से बोली, ‘आपने मेरे आकार में परिवर्तन क्यों कर दिया?’ कुम्हार बोला, ‘बस यूँ ही, मित्र की सलाह ने मेरा विचार बदल दिया।’ कुम्हार की बात पूरी होते ही मिट्टी राहत की साँस लेते हुए बोली, ‘तुम्हारा तो सिर्फ़ विचार बदला, पर मेरा तो पूरा जीवन ही बदल गया। अगर तुमने मुझे चिलम बना दिया होता तो मेरे अंदर आग रखी जाती, जिसके कारण मैं भी जलती और औरों को भी जलाती। पर अब तुमने मुझे सुराही बनाने का निर्णय लिया है। अब मुझमें पानी भर कर रखा जायेगा, जिससे मैं शीतल रह सकूँगी और साथ ही दूसरों को भी शीतल रख पाऊँगी।’


दोस्तों, अगर आप ध्यान से उपरोक्त कहानी पर गौर करेंगे तो पाएँगे कि शिक्षक की एक सलाह ने कुम्हार के विचार को बदला और कुम्हार का विचार बदलते ही मिट्टी का पूरा जीवन बदल गया। अर्थात् एक विचार में जीवन को बदलने की क्षमता होती है। विचार अगर अच्छा होगा, तो जीवन अच्छा होगा और विचार अगर बुरा होगा तो जीवन भी वैसा ही होगा।


जी हाँ दोस्तों, इसीलिए विचारों को बहुत शक्तिशाली याने बल वाला माना जाता है। आज आप जैसा भी जीवन जी रहे हैं वह उन विचारों का ही परिणाम है, जिनके साथ में आपने पूर्व में अपना वक़्त गुज़ारा है। जो सपने आप देखते हैं वे भी आपके विचारों से ही जन्म लेते हैं। आपका वर्तमान में देखा जा रहा जाग्रत सपना भी आपके विचारों से ही निर्मित है। विचार बदलते ही आपका सपना भी बदल जाएगा और अगर किसी विचार को आपने पूर्ण दृढ़ता के साथ पकड़ लिया तो आपका जाग्रत सपना भी बदल जाएगा।


वाक़ई दोस्तों, विचार इतने ज्यादा शक्तिशाली होते हैं। इसलिए हमें हर उस चीज पर ध्यान देना चाहिए जिससे विचार जन्म ले सकते हैं। जैसे उपरोक्त कहानी में शिक्षक की संगत से कुम्हार के विचार बदले और कुम्हार के विचार बदलने से मिट्टी की क़िस्मत। इसलिए जीवन में यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि आप किन लोगों के बीच में याने किस संगत में रहते हैं क्योंकि संगत आपके विचारों को प्रभावित करती है और आपके विचार आपके जीवन को। अगर आपका विचार भौतिक होगा तो भौतिक सफलता पाएँगे, विचार अगर आध्यात्मिक होगा, तो आप जीवन में आध्यात्मिक रूप से ऊपर जाएँगे, अगर विचार सेहत संबंधी होगा तो आप सेहतमंद रहेंगे। इसलिए दोस्तों, अब आपको निर्णय करना है कि आप कैसा जीवन जीना चाहते हैं और उस अनुसार सोचना शुरु करना है। इसलिए दोस्तों, अपने विचारों पर ध्यान केंद्रित करना शुरू करें और सपनों का जीवन जिएँ।


-निर्मल भटनागर

एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर

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