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अच्छा कर्मचारी बनने के 7 सूत्र - भाग 2


April 26, 2021
अच्छा कर्मचारी बनने के 7 सूत्र - भाग 2
दोस्तों, कल हमने ‘अच्छा कर्मचारी बनने के 7 सूत्र’ में से प्रथम 3 सूत्र सीखे थे। आईए आगे बढ़ने से पहले उन तीनों सूत्रों को संक्षिप्त में दोहरा लेते हैं-
सूत्र 1 - हमेशा सीखने के लिए तैयार रहें और अपना सर्वश्रेष्ठ दें
सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी जानते हैं कि वे सब कुछ नहीं जानते हैं और इसीलिए हमेशा सीखने के लिए तैयार रहते हैं और इसी वजह से वे अपने कैरियर में हमेशा नई ऊँचाइयों को प्राप्त करते हैं।
सूत्र 2 - हर पल नई ज़िम्मेदारियों को लेने के लिए तैयार रहें
एक अच्छा कर्मचारी हमेशा अपने ‘जॉब डिस्क्रिप्शन’ से अधिक परिणाम देता है और प्रोएक्टिव रहकर विविध प्रकार की नई ज़िम्मेदारियाँ लेकर खुद की उपयोगिता सिद्ध करता है और कम्पनी व खुद के कैरियर को नई ऊँचाइयों पर ले जाता है।
सूत्र 3 - ग़लतियों को तुरंत स्वीकारें
जो काम करता है वही गलती करता है। गलती स्वीकारना, उसे ठीक करना आपकी सकारात्मक सोच को प्रदर्शित करता है। दूसरी बात गलती करना आपको कुछ नया सीखकर बेहतर बनने का मौक़ा भी देता है।
चलिए अब चर्चा करते हैं अगले चार सूत्रों पर-
सूत्र 4 - समस्या नहीं समाधान का हिस्सा बनें
बात कई वर्ष पुरानी है मेरी कम्पनी का एक कर्मचारी मेरे पास आया और बोला, ‘सर एक समस्या है।’ मैंने उसकी ओर हाथ दिखाते हुए कहा, ‘हाँ दिख रही है।’ वह एकदम से सकपका गया और बोला, ‘नहीं सर मैं दूसरी समस्या के बारे में बात कर रहा हूँ। मैंने उससे फिर कहा, ‘भाई फिर ऐसा बोलो ना कि दो समस्याएँ हैं।
एक बात सोचकर देखिएगा, कोई भी नियोक्ता किसी कर्मचारी को समस्या बताने के लिए नौकरी देता है या समाधान खोजने के लिए? निश्चित तौर पर समाधान के लिए। लेकिन एक बात और है जब आप कार्य करेंगे तो समस्याएँ तो आएँगी ही और आपको वरिष्ठ के मार्गदर्शन की भी आवश्यकता लगेगी। तो फिर ऐसी परिस्थिति में क्या किया जाए? दोस्तों सबसे पहले ‘समस्या’ शब्द को ‘चुनौती’ शब्द से बदल दें। दूसरा पहले खुद उस समस्या पर विचार करके सम्भावित समाधान खोजें और उसके बाद अपने वरिष्ठ के पास जाएँ और उनसे कहें, ‘सर एक चुनौती है, मेरे अनुसार इसके यह तीन समाधान हैं लेकिन आपके अनुभव से में इसका सर्वश्रेष्ठ समाधान चाहता हूँ जिससे इस कार्य को समय पर गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया जा सके।’
हो सकता है आपके वरिष्ठ आपके बताए सुझाव को ना मानें लेकिन फिर भी वे आपको शिकायतकर्ता (problem supplier) के रूप में नहीं बल्कि समस्या-समाधानकर्ता (solution प्रवाइडर) की तरह देखेंगे। साथ ही उन्हें आपकी सकारात्मक सोच के साथ-साथ यह भी पता चलेगा कि आपने पहले इस पर विचार करा है और वे निश्चित तौर पर आपको सही मार्गदर्शन देंगे।
सूत्र 5 - प्रोफ़ेशनल रहें
आप कौन हैं, कहाँ, किस पद पर और क्या कार्य करते हैं, इससे किसी को भी कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है, लेकिन आप जो भी कार्य करते हैं, वह कैसे करते हैं यह बड़ा अंतर पैदा करता है। इसलिए हर कार्य को प्रोफ़ेशनली समय से पूरा करना आपको नेक्स्ट लेवल पर ले जाता है।
बेहतर कर्मचारी अपने हर कार्य को, हर स्थिति में समय पर पूर्ण करते हैं। कई सर्वेक्षण में यह बात निकालकर सामने आई है कि समय पर कर्मचारियों को पदोन्नति ना मिलने का सबसे बड़ा कारण समय पर कार्य को पूरा ना करना है। इसी तरह ज़्यादातर सहकर्मी भी समय से कार्य पूर्ण ना करने वालों से नाराज़ रहते हैं। यदि आपको ऐसा लगता है कि आप अपने समय की स्वतंत्रता की वजह से समय पर कार्य नहीं पूर्ण कर पा रहे हैं तो आप अपने सहकर्मियों जितनी सफलता नहीं ले पाएँगे बल्कि आपकी इस आदत की वजह से आपकी टीम को भी नुक़सान हो सकता है। अगर आप अपनी नौकरी में लंबे समय तक सफल होना चाहते हैं तो समय पर कार्य पूर्ण करने की आदत डालें और स्वस्थ रहें।
सूत्र 6 - अपने और अपने कैरियर के लिए बड़े लक्ष्य निर्धारित करें
यह बात सही है कि नौकरी हमें पैसे देती है लेकिन सोचकर देखिएगा क्या पैसे हमें खुश रख सकते हैं? नहीं, सिर्फ़ आप आवश्यकता से अधिक सामान ख़रीद सकते हैं। लेकिन इसके विपरीत क्या आप समय पर लक्ष्य प्राप्त करके, अपने टार्गेट को हिट करके और उच्चतम क्वालिटी के साथ कार्य पूर्ण करने और उसके परिणाम स्वरूप मिलने वाली प्रशंसा और ख़ुशी की क़ीमत लगा सकते हैं? जी नहीं! इसलिए कार्यालयीन कार्य के साप्ताहिक स्पष्ट लक्ष्यों के साथ-साथ अपने जीवन के दीर्घकालिक लक्ष्य बनाएँ और उन्हें हर हाल में पूरा करने की आदत विकसित करें। इससे आपको आत्म-संतुष्टि मिलेगी साथ ही आप आत्मविश्वास के साथ जीवन में प्रगति भी कर पाएँगे।
हालांकि आपको यह सुनना थोड़ा अच्छा नहीं लगेगा लेकिन याद रखिएगा आप किसी भी कम्पनी में निकाले या बदले जा सकते हैं। वैसे यह अनिश्चितता आपको सर्वश्रेष्ठ देने की प्रेरणा भी देती है। खुद के लक्ष्य बनाकर कार्य करना आपको अनिश्चित भविष्य के लिए तैयार करता है।
सूत्र 7 - उम्मीद से अधिक रिज़ल्ट दें
बेहतरीन कर्मचारी हमेशा कड़ी मेहनत करते हैं और हर समय अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करते हैं। वे हर पल अपनी ओर से अपने हर कार्य में आशा से अधिक रिज़ल्ट देते हैं, फिर चाहे वह टार्गेट को अचीव करना हो, टीम को मोटिवेट करके सम्भालना हो, विपरीत परिस्थितियों में काम करना हो। वे अपने सहकर्मियों से खुद को अपने कार्य करने के तरीक़े से अलग बना लेते हैं। वे अपने कार्य से अपनी कम्पनी या अपने संगठन की ब्रांड वैल्यू बढ़ाकर खुद को संस्था के लिए अमूल्य बना लेते हैं।
अगर दोस्तों आप भी अपनी नौकरी के ज़रिए अपने सपनों को पूरा करके अपना जीवन सफल बनाना चाहते हैं तो आज ही उपरोक्त सातों सूत्रों को प्रयोग में लाना शुरू कर दें।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर