फिर भी ज़िंदगी हसीन हैं...
अपने सपनों का जीवन अभी जीना शुरू करने के 5 सूत्र - भाग 3
Nov 16, 2021
अपने सपनों का जीवन अभी जीना शुरू करने के 5 सूत्र - भाग 3
अच्छा कैरियर बनाना, ढेर सारे पैसे कमाना या संसाधन जुटाना जैसी बढ़ती उम्र की बदलती प्राथमिकताएँ अकसर हमें अपनी कल्पनाओं और क्षमताओं से दूर कर देती हैं। लेकिन अगर आपके जीवन का प्रमुख लक्ष्य खुश, संतुष्ट और सुखी रहते हुए जीना है, तो आपको उपरोक्त चक्रव्यूह को तोड़कर समझना होगा कि प्राथमिकताओं में छोटे-मोटे बदलाव कर हम अपने उद्देश्य और जुनून के अनुरूप एक पूर्ण जीवन जी सकते हैं। कल हमने अपने सपनों का जीवन अभी जीना शुरू करने के पहले तीन सूत्रों को सीखा था। आइए आगे बढ़ने से पहले उन्हें दोहरा लेते हैं-
प्रथम सूत्र - ग्रोथ माइंडसेट रखें
कहते हैं ना, ‘जिधर ध्यान लगाया उधर तरक़्क़ी।’ अर्थात् हम जैसा ज़्यादातर समय सोचते हैं वैसा ही जीवन जीते हैं। अगर आप नकारात्मक विचारों को समय देंगे तो आप दुखी और निराश रहते हुए परेशानी में जीवन बिताएँगे और अगर सकारात्मक और ग्रोथ ओरीएंटेड रहेंगे तो अपने सपनों का जीवन जी पाएँगे।
दूसरा सूत्र - कल्पना करें कि आप अपने सपनों का जीवन जी रहे हैं
हमारा चेतन, अचेतन व अवचेतन मन जिन विचारों पर विश्वास करता है वही हक़ीक़त में हमारे जीवन में घटित होता है। इसीलिए कहते हैं, ‘जब आप दिल की गहराइयों से किसी चीज़ को अपनी पूरी ऊर्जा और विश्वास के साथ चाहते हैं तो पूरी कायनात उसे आपको दिलाने के लिए जुट जाती है।’
लेकिन इसके लिए हमारी कल्पना एकदम स्पष्ट होना चाहिए। स्पष्ट कल्पना बनाने के लिए खुद से प्रश्न करें कि स्वास्थ्य, परिवार, रिश्ते, व्यवसाय, सामाजिक ज़िम्मेदारियों के आधार पर आपके सपनों का जीवन कैसा होगा? इस प्रश्न के जवाब को विस्तार से लिख लें और फिर सपनों को वर्तमान में घटित होता हुआ महसूस करें और फिर उससे मिलने वाली ख़ुशी को महसूस करें। इससे मिली ऊर्जा और शक्ति का प्रयोग सपनों को सच करने में लें। अगर आपको यह हास्यास्पद लगता हो तो ध्यान रखिएगा इस बात के प्रमाण मौजूद हैं कि मानसिक कल्पना शक्ति का सही तरीक़े से प्रयोग करके कई लोगों ने बिना व्यायाम करे, खुद को फ़िट, शक्तिशाली और ताकतवर बनाया है।
तीसरा सूत्र - योजना बनाकर, चरणबद्ध तरीक़े से परिवर्तन लाएँ
ग्रोथ माइंडसेट रखते हुए सपनों का जीवन जीने की परिकल्पना करना आपको अपने विज़न पर आगे बढ़ने और उसे हक़ीक़त में बदलने के लिए तैयार करता है। सबसे पहले अपने बड़े लक्ष्यों को छोटे लक्ष्यों में तब्दील करें, उसके बाद छोटे लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए व्यवहारिक और प्रभावी प्रक्रियाओं व प्रणालियों को विकसित करें और फिर उन्हें दैनिक कार्यों में तब्दील करें। अंत में इन दैनिक कार्यों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें। ऐसा करके हम प्रेरणा को बरकरार रखते हुए लक्ष्यों को हक़ीक़त में बदलने वाली आदतें विकसित करते हैं।
चलिए दोस्तों अब अंतिम दो सूत्र सीखते हैं-
चौथा सूत्र - चुनौतियों के लिए तैयार रहें
अपने जीवन की कमान खुद के हाथ में लेना और स्वीकारना, कि जीवन में घटने वाली अच्छी या बुरी घटना के लिए परिस्थिति या लोग नहीं, हम स्वयं ज़िम्मेदार हैं। जब ज़िम्मेदारी हमारी है तो अपने डरों और चुनौतियों को भी हमें ही जीतना होगा। विपरीत परिस्थितियों और चुनौतियों के दौर में बेहतर परिणाम पाने के लिए निम्न तरीक़े अपनाएँ-
1) असफलता को स्वीकारें
असफलता का डर हमारे सबसे बड़े शत्रुओं में से एक है क्यूँकि यह हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने, खुद को खोजने और सपनों का जीवन जीने से रोकता है। इससे बचने के लिए हमेशा याद रखें असफलता, सफलता की ओर जाने वाली पहली सीढ़ी है क्यूंकि यह हमें उन मूल्यवान सीखों को सीखने का एक अवसर देती है जो हमारे जीवन को ज़्यादा बेहतर और उपयोगी बनाकर, शीर्ष पर पहुँचने और वहाँ बने रहने का मौक़ा देते है।
2) प्रतिदिन लक्ष्य की ओर एक कदम चलें
जब सफलता हमारी है तो राह में आने वाली चुनौतियाँ, परेशानियाँ, नकारात्मक परिणाम, अनुभव सब हमारे हैं। इसलिए रास्ते में मिलने वाले नकारात्मक परिणामों या चुनौतियों की वजह से पैदा हुए तमाम नकारात्मक भावों जैसे निराशा और डर के बावजूद भी प्रतिदिन कम से कम एक कदम अपने लक्ष्य की ओर चलें। ऐसा करना समय के साथ आपके आत्मविश्वास और ऊर्जा को बढ़ाता है और अंततः लक्ष्य तक पहुँचा देता है।
पाँचवा सूत्र - जवाबदेह रहें
आपका सपना खुद का व्यवसाय शुरू करना, लिखना, स्वस्थ जीवन शैली अपनाना, क़र्ज़ चुकाना, पैसा कमाना, घर बनाना आदि कुछ भी क्यूँ ना हो, जवाबदेह बनना आपको अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहने के लिए प्रेरित करता रहता है। इसके साथ ही अपने लक्ष्यों को अपने करीबी लेकिन ज्ञानी, भरोसेमंद और प्रतिबद्ध लोगों को बताकर रखना, आपको बड़े लक्ष्यों को छोटे लक्ष्यों में बदलकर योजना बनाने, योजना पर दैनिक आधार पर किए जा रहे कार्यों को ट्रैक करने और यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि नियत तिथियों तक आप अपने लक्ष्यों को पूरा कर रहे हैं।
यदि आपको अपने परिवार, मित्रों, या क़रीबियों में ऐसे लोग नहीं मिल रहे हैं जो आपको समझ सकें, तो आप एक जीवन या कैरियर कोच, या समान विचारधारा वाले लोगों की मदद ले सकते हैं, जो आपको अपने सपने का जीवन जीने की यात्रा के दौरान जवाबदेह बना सकते हैं। इसके लिए आप टाइमट्रैकिंग, फ़ाइनैन्स एवं रिसोर्स मैनेजमेंट जैसे अन्य टूल का प्रयोग भी कर सकते हैं। वैसे भी दोस्तों किसी व्यक्ति या लक्ष्य के प्रति जवाबदेह रहना आपकी प्रेरणा को बचाए रखता है।
याद रखिएगा दोस्तों, सिर्फ़ आत्म अनुशासन और इच्छाशक्ति के आधार पर सपनों को हक़ीक़त में बदलने की चाह आपको नए साल पर लिए गए संकल्पों जैसा ही परिणाम देगी। अगर आप वाक़ई, आज से सपनों का जीवन जीना चाहते हैं तो उपरोक्त पाँचों सूत्र को दैनिक जीवन में काम में लें। इसके लिए आपको दृढ़ संकल्पित रहते हुए निर्णय लेकर अपनी निरंतरता को बनाए रखना होगा।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर