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इंटरव्यू, मीटिंग आदि में मनमाफ़िक परिणाम पाने के 11 सूत्र - भाग 1


July 13, 2021
इंटरव्यू, मीटिंग आदि में मनमाफ़िक परिणाम पाने के 11 सूत्र - भाग 1
आज मेरे एक परिचित अपने शिक्षित युवा बेटे राजीव के साथ मुझसे मिलने के लिए आए। उनके साथ उनका बड़ा बेटा भी था जो आज बड़ी खिन्न अवस्था में दिख रहा था। मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ क्यूंकि पिछली बार वह मुझसे बहुत ज़्यादा जोश के साथ मिला था। शुरुआती सामान्य बातचीत के बाद मैंने राजीव से इसका कारण पूछ लिया।
राजीव ने मुझे बताया कि वह आज एक साक्षात्कार देकर आ रहा है और साक्षात्कारकर्ता के रवैए से थोड़ा परेशान है। कुछ देर की बातचीत में मुझे एहसास हुआ कि अपने क्षेत्र की जानकारी होने के बावजूद भी वह साक्षात्कारकर्ता के समक्ष अपनी कैज़ूअल अप्रोच की वजह से अपनी सही इमेज नहीं बना पाया। वैसे आजकल ज़्यादातर युवाओं के साथ इस तरह की समस्याएँ आती हैं। इसका सबसे बड़ा कारण जेनरेशन गैप का होना है।
जहां आज का युवा चाहता है कि मुझे मेरे कपड़ों, मेरी स्टाइल, मेरे रहने के तरीक़े के आधार पर नहीं बल्कि मेरी योग्यता के आधार पर परखें, वहीं साक्षात्कारकर्ता, उन्हें अपने समय में प्रचलित चीजों के आधार पर परखते हैं। ऐसे में क्या किया जाए? मेरी हर युवा को सलाह है कि वे जिस कम्पनी में साक्षात्कार देने जा रहे हैं उसके और वहाँ के कल्चर के बारे में जानकारी निकाल लें और उसके आधार पर तैयारी करें। साथ ही अगर आपसे पहले भी कुछ लोग साक्षात्कार दे चुके हैं तो उनसे बात कर साक्षात्कारकर्ता और पूछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में जानकारी लेने की कोशिश करें। साथ ही अगले तीन दिन में बताए जाने वाले 11 सूत्रों का पालन करें। यह आपके फ़र्स्ट इम्प्रेशन को बेहतर बनाकर साक्षात्कार में सफल होने की सम्भावना को बढ़ा देंगे। तो चलिए शुरू करते हैं पहले सूत्र के साथ-
पहला सूत्र - अपने ‘लुक’ पर ध्यान दें
निश्चित तौर पर यह लोकोक्ति आपने भी सुनी होगी, ‘किसी पुस्तक को उसके आवरण से मत आंकिए’ लेकिन यह एक कटु वास्तविकता है कि लोग हमारे बारे में राय हमारे बाहरी आवरण को देखकर ही बनाने लगते हैं। फिर भले ही आप सम्बंधित व्यक्ति से फ़ोन, ईमेल या सोशल नेटवर्किंग साइट के माध्यम से पहले से ही जुड़े क्यों ना हों। मेरी नज़र में यह एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है, जो बहुत से लोगों की हो सकती है। हो सकता है आप प्रेरणा और ज्ञान से भरे हुए एक अद्भुत व्यक्तित्व के मालिक हों, लेकिन लोगों को आपके भीतर के इस अद्भुत व्यक्ति को देखने के लिए पहले आपकी छवि को पचाना होगा। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आप जब भी साक्षात्कार अथवा किसी भी डील को क्लोज़ करने के लिए जाए, तब ज़रूरत के अनुसार अच्छे कपड़े व जूते पहनकर, व्यवस्थित हेयर कट करवा कर जाए। आपके व्यक्तित्व, ज्ञान, बातचीत या किसी अन्य कौशल से पहले आपका लुक माहौल को सकारात्मक रूप से आपके पक्ष में करता है। ठीक इसी तरह अगर आपका लुक सामने वाले के मन में आपकी या पद की छवि के अनुरूप ना हो, तो यह आपके लिए नकारात्मक भी हो सकता है। ज़्यादातर मामले में ‘पहली छवि अर्थात् फ़र्स्ट लुक’ निर्णायक रोल निभाती है, इसीलिए तो कहते हैं, ‘फ़र्स्ट इम्प्रेशन इस द लास्ट इम्प्रेशन।’
दूसरा सूत्र - सकारात्मक एवं प्रभावशाली बॉडी लैंग्वेज रखें
ठीक पहले बिंदु के माफ़िक़ ही दूसरी चीज़, जो आपकी सकारात्मक छवि बनाती है वह है आपकी सकारात्मक एवं प्रभावशाली बॉडी लैंग्वेज। आपका चलना, हाथ मिलाना, बैठना, बात करना, चेहरे पर मुस्कुराहट रखना यानी आपके हाव-भाव तक हर चीज़ आपकी छवि बनाती है। साक्षात्कार, मीटिंग अथवा डील के लिए जाते वक्त पहले से ही इसका ध्यान रखें। कमरे में अंदर आने की आज्ञा लेना, धीमे लेकिन सधे हुए कदमों से अपने कंधों को पीछे खींचते हुए, दोनों हाथों को बग़ल से चिपका कर रखते हुए सिर को ऊँचा रखकर हल्की मुस्कान के साथ कमरे में चलें। बैठने के लिए कहे जाने पर अपनी पीठ को सीधा रखते हुए बैठना और बातचीत की शुरुआत आत्मविश्वास से भरे नमस्कार के साथ करना, आपकी सकारात्मक छवि को मज़बूत करता है। गर्व के साथ अपने से सम्बंधित बातों को बताए।
तीसरा सूत्र - ‘आई कांटैक्ट’ बनाए रखें
बातचीत के दौरान सामने मौजूद लोगों से आँखों के द्वारा सम्पर्क बनाए रखना आपकी गम्भीरता को प्रदर्शित करता है साथ ही मुख्य विषय के प्रति उनके उत्साह को बरकरार रखता है। इसलिए इधर-उधर या ज़मीन पर देखते हुए बातचीत करने से बचें यह उन्हें आपके संदर्भ में हतोत्साहित कर सकता है। वे सोच सकते हैं कि या तो उनकी बातों पर आपका ध्यान नहीं है, या आप उस विषय में रुचि नहीं ले रहे हैं। ऐसी स्थिति में वे आपके साथ अपने विचार साझा करने के स्थान पर जल्द से जल्द बातचीत खत्म करना चाहेंगे। वैसे भी दोस्तों इसमें उनका कोई दोष नहीं है, हर इंसान ऐसी परिस्थितियों में उनके समान ही प्रतिक्रिया देगा।
आज के लिए इतना ही दोस्तों, कल फिर मिलेंगे अगले 5 सूत्रों के साथ।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर