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इंटरव्यू, मीटिंग आदि में मनमाफ़िक परिणाम पाने के 9 सूत्र - भाग 2
July 14, 2021
इंटरव्यू, मीटिंग आदि में मनमाफ़िक परिणाम पाने के 9 सूत्र - भाग 2
साक्षात्कार, मीटिंग अथवा डील को अपने पक्ष में मोड़ने में फ़र्स्ट इम्प्रेशन का अच्छा होना अतिआवश्यक है। सकारात्मक और अच्छा फ़र्स्ट इम्प्रेशन कम समय और मेहनत में मनचाहा परिणाम प्राप्त करने में मदद करता है। कल हमने समझा था कि जेनरेशन गैप किस तरह सब कुछ ठीक होने के बाद भी ग़लत तरह से बनी नकारात्मक छवि की वजह से साक्षात्कार, मीटिंग अथवा डील के दौरान आपको मनचाहा परिणाम प्राप्त करने से रोक देता है। इसके साथ ही हमने फ़र्स्ट इम्प्रेशन को अच्छा बनाने वाले 11 सूत्रों में से प्रथम 3 सूत्रों पर चर्चा करी थी। आइए आगे बढ़ने से पहले उन्हें दोहरा लेते हैं-
पहला सूत्र - अपने ‘लुक’ पर ध्यान दें
किसी भी व्यक्ति से पूर्व में फ़ोन, ईमेल या सोशल नेटवर्किंग साइट के माध्यम से जुड़े रहने के बाद भी व्यक्ति आपके अंदर छुपे अद्भुत व्यक्तित्व को पहचान नहीं पाता है। वह आपके पहनावे, चलने व बोलने के तरीक़े अर्थात् बाहरी आवरण के आधार पर आपकी प्रथम छवि बनाता है। इसलिए, साक्षात्कार, मीटिंग अथवा किसी भी डील को क्लोज़ करने जाने से पहले सुनिश्चित करें कि आपने मौक़े के अनुरूप अच्छे कपड़े व जूते पहने हैं, आपने व्यवस्थित हेयर कट करवा रखा है। याद रखिएगा, फ़र्स्ट लुक, ज्ञान, बातचीत या किसी भी अन्य कौशल से पहले माहौल को सकारात्मक रूप से आपके पक्ष में करता है। इसीलिए तो कहते हैं, ‘फ़र्स्ट इम्प्रेशन इस द लास्ट इम्प्रेशन।’
दूसरा सूत्र - सकारात्मक एवं प्रभावशाली बॉडी लैंग्वेज रखें
सकारात्मक एवं प्रभावशाली बॉडी लैंग्वेज अर्थात् आपका चलना, हाथ मिलाना, बैठना, बात करना, चेहरे पर मुस्कुराहट रखना सब कुछ आपकी छवि बनाता है। इसलिए साक्षात्कार, मीटिंग अथवा डील को अपने पक्ष में करने के लिए अनुमति मिलने के साथ सामने वाले के कक्ष में मुस्कुराते हुए प्रवेश करें। प्रवेश करते समय धीमे लेकिन सधे हुए कदमों से अपने कंधों को पीछे खींचते हुए चलें। चलते समय अपने दोनों हाथों को बग़ल से चिपका कर एवं सिर को ऊँचा रखें। बैठने के लिए कहे जाने पर अपनी पीठ को सीधा रखते हुए बैठें और बातचीत की शुरुआत आत्मविश्वास से भरे नमस्कार के साथ करें। साथ ही गर्व के साथ अपनी बात कहें, यह आपको सकारात्मक छवि बनाने में मदद करेगा।
तीसरा सूत्र - ‘आई कांटैक्ट’ बनाए रखें
‘आई कांटैक्ट’ बनाए रखना आपकी गम्भीरता को प्रदर्शित कर सामने वाले को उत्साह के साथ आपसे जोड़े रखता है। इसलिए इधर-उधर या ज़मीन पर देखते हुए बातचीत करने से बचें। इसके विपरीत ‘आई कांटैक्ट’ ना होना उन्हें ऐसा महसूस कराता है जैसे आप उनकी बातों पर ध्यान नहीं दे रहे है या उनकी बातचीत रुचिकर नहीं है। ऐसे में बातचीत मनचाहे परिणाम से पहले ही खत्म हो जाती है।
चलिए सीखते हैं अगले पाँच सूत्र-
चौथा सूत्र - सकारात्मक लहजे में अपनी बात रखें
संचार कौशल अर्थात् कम्यूनिकेशन स्किल एक ऐसी स्किल है जो प्रतिदिन, जीवन के हर क्षेत्र में काम आती है और इसलिए इसे हर पल बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहें। बेहतर संवाद क्षमता आपको कम से कम शब्दों में, सही विषय चुनते हुए, प्रभावी तरह से अपनी बात कहना सिखा देती है। संवाद इस तरह से करें जिससे आगे की बातचीत का रास्ता खुले। याद रखिएगा दोस्तों, बेहतर संवाद करना नए व्यक्ति के सामने बेहतर फ़र्स्ट इम्प्रेशन बनाने की सबसे प्रभावशाली युक्तियों में से एक है।
पाँचवाँ सूत्र - स्पष्ट लक्ष्य रखें
बेहतर संवाद तभी सम्भव हो सकता है जब आपके लक्ष्य एकदम स्पष्ट हों। जीवन के किसी भी क्षेत्र में अपना अच्छा प्रभाव छोड़ने के लिए आपको स्पष्ट रूप से पता होना चाहिए कि आप किस उद्देश्य के लिए सामने वाले से मिलने गए हैं, यह आपको कम से कम समय में सही तरीक़े से अपनी बात रखने का मौक़ा देकर मनचाहा परिणाम प्राप्त करने में मदद करेगा।
स्पष्ट लक्ष्य, सही प्राथमिकताएँ बनाने में मदद करते हैं, सही प्राथमिकताएँ आपको सही ऐक्शन लेने में मदद कर सकारात्मक फ़र्स्ट इम्प्रेशन बनाने में मदद करती है। इसका लाभ लेने के लिए किसी नए व्यक्ति के साथ मीटिंग, इंटरव्यू या अपॉइंटमेंट पर जाने से पहले खुद से पूछें कि ‘आप इस मुलाक़ात से क्या हासिल करना चाहते हैं?’
छठा सूत्र - उत्साहित रहें
हर कोई खुश और उत्साहित व्यक्ति के साथ रहना, बात करना पसंद करता है। जब आप किसी नए व्यक्ति के साथ हल्की मुस्कुराहट और उत्साह के साथ मिलते हैं तो सामने वाला शख़्स बातचीत शुरू होने के पहले ही आपके लिए सकारात्मक हो जाता है। बातचीत के दौरान आपका उत्साह सामने वाले को एहसास कराता है कि बातचीत वाले विषय में आपका ज्ञान कितना भी हो लेकिन आप उसे 100 प्रतिशत पसंद करते हैं। ऐसी स्थिति में मनचाहा परिणाम प्राप्त करना आसान हो जाता है।
सातवाँ सूत्र - सामने वाले की भावनाओं का आदर सहित सम्मान करें और उनकी अच्छी बातों की प्रशंसा करें
जिस तरह आप कुछ उद्देश्य के साथ बातचीत कर रहे हैं, ठीक उसी तरह सामने वाला भी अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिये आपसे संवाद कर रहा है, ऐसे में वैचारिक मतभेद होना सामान्य है। वैचारिक मतभेद के बाद भी, चुभने वाली नकारात्मक बातों के प्रयोग से बचना और सामने वाले की अच्छी बातों की प्रशंसा करना और उनकी भावनाओं का सम्मान करना, उसे प्रदर्शित करना आपकी सकारात्मक छवि बनाता है और यही सकारात्मक प्रथम छवि उनके निर्णय को आपके पक्ष में मोड़ने में मदद करती है।
आठवाँ सूत्र - सामने वाले के फ़ायदे के लिए चिंतित रहें
लोग अपने बारे में या अपने मुनाफ़े के बारे में बात करना पसंद करते हैं। पहली मुलाक़ात में जब आप सामने वाले के मुनाफ़े या फ़ायदे पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं तो सामने वाला तुरंत आपकी बातों को ध्यान से रुचि लेकर सुनना शुरू कर देता है।स्वाभाविक रूप से, इससे उन्हें आप पर भरोसा करने और आपको अधिक पसंद करने में मदद मिलती है जो अंततः उनमें आपसे और अधिक जानने की जिज्ञासा पैदा करके निर्णय को आपके पक्ष में ले जाने में मदद करता है।
आज के लिए इतना ही दोस्तों, कल फिर मिलेंगे अंतिम 3 सूत्रों के साथ।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर