फिर भी ज़िंदगी हसीन हैं...
एक कदम, सफलता की ओर
Dec 31, 2021
एक कदम, सफलता की ओर…
दोस्तों आज बड़ा ही विशिष्ट दिन है, वर्ष 2021 खत्म होने में कुछ ही घंटे बचे हैं और एक नया वर्ष नई आशाओं, नई उम्मीदों के साथ हमारा इंतज़ार कर रहा है। एक ओर जहाँ वर्ष 2021 में लिए गए संकल्पों अर्थात् रेजोल्यूशन में से कुछ बचे रह जाने की कसक है, वहीं 2022 में कुछ नया, कुछ बड़ा कर जाने की उम्मीद, आस, उत्साह और जुनून है। यही उत्साह, आस, आशा और जुनून हमें एक अजीब सी ऊर्जा से भर देता है। इस अति उत्साह की स्थिति में हम ढेरों नए संकल्प तो ले लेते हैं, लेकिन 15-20 दिन गुजरते-गुजरते हमें एहसास हो जाता है कि इन सब को पूरा करना सम्भव नहीं होगा और हम धीरे-धीरे इनसे दूर हो जाते हैं।
मेरी नज़र में दोस्तों भावनात्मक आधार पर लिए गए संकल्प जो कि सच्चाई से कोसों दूर होते हैं, अक्सर पीछे छूट जाते हैं और हमें फ़ौरी तौर पर लगता है कि हमने संकल्पों को गम्भीरता से नहीं लिया। दोस्तों संकल्पों के मामले में हमें एक बात हमेशा याद रखना चाहिए कि संकल्प लेकर पूरे करना, जहाँ हमारे मनोबल, हमारी इच्छाशक्ति को बढ़ाता है, वहीं उस का अधूरा रह जाना हमारी क्षमताओं पर प्रश्नचिन्ह लगाता है।
अगर दोस्तों आप वर्ष 2022 को अपने जीवन का सर्वोत्तम वर्ष बनाना चाहते हैं तो आज वर्ष 2021 के अंतिम दिन एक छोटा सा संकल्प लें कि वर्ष 2022 के लिए हम वही संकल्प लेंगे या वही लक्ष्य बनाएँगे जिन्हें हम पूरी शिद्दत के साथ पूरा कर सकेंगे फिर चाहे उनकी संख्या एक या दो ही क्यों ना हो। आईए दोस्तों, आज हम लिए गए संकल्पों को पूरा करने के लिए आवश्यक 5 कार्यों को समझते हैं-
1) नए संकल्प या लक्ष्य बनाने से पहले पूर्व में बनाए संकल्पों और प्राथमिकताओं को लिख लें
नए संकल्प या लक्ष्य बनाने के पहले एक बार अपनी प्राथमिकताओं, उपलब्ध संसाधनों, क्षमताओं और पूर्व में लिए गए संकल्पों, जो किसी भी वजह से अधूरे रह गए हों को लिखना और फिर उस पर विचार करना संकल्पों को वास्तविक बनाने में मदद देता है। जब संकल्प वास्तविकता के क़रीब और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाले होते हैं तो उन्हें बीच में छोड़ना या हल्के में लेना, सम्भव नहीं हो पाता है। विचार करने के बाद अगर आपको लगता है कि पूर्व में लिया गया संकल्प अभी भी आपके लिए उतना ही महत्वपूर्ण है तो सबसे पहले उन्हें पूरा करने के लिए कार्य करें।
2) संकल्प बनाते समय अपनी शारीरिक क्षमताओं का ध्यान रखें और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें
दोस्तों, जीवन में पद, प्रतिष्ठा, पैसा और भौतिक संसाधनों को पाने के प्रयास में अक्सर हम अपने शरीर की ज़रूरतों, उसकी सीमाओं को नज़रंदाज़ करते समय यह भूल जाते हैं कि हम उपरोक्त सभी चीजों का मज़ा भी तभी ले पाएँगे जब स्वस्थ होंगे। जी हाँ दोस्तों, अगर हमारा शरीर साथ देगा तभी तो हम कुछ काम कर पाएँगे या अपनी सफलता का मज़ा, लुत्फ़ उठा पाएँगे। इसलिए सबसे पहला संकल्प अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बनाएँ और अपने खान-पान व रहन-सहन को स्वास्थ्य के आधार पर प्राथमिकता पर रखें।
3) खुद के प्रति ईमानदार रहें
‘एक बार जो मैंने कमिटमेंट कर दी फिर तो मैं अपने आप की भी नहीं सुनता!’ दोस्तों आपने वांटेड फ़िल्म में सलमान खान द्वारा कहा गया यह डायलॉग तो निश्चित तौर पर सुना ही होगा। हमें बस इसे ही संकल्पों के मामले में अपना मूल मंत्र बनाना होगा। इसलिए नववर्ष की पूर्व संध्या पर खुद से कमिट करें या संकल्प लें कि आज से मैं अपनी कही हुई बातों पर अडिग रहूँगा। याद रखिएगा दोस्तों, अपने शब्दों का अपने खुद के संकल्पों या प्राथमिकताओं के लिए सम्मान ना करना, आपकी खुद की क़ीमत आपकी अपनी नज़रों में गिरा देता है।
4) हर दिन अपना सौ प्रतिशत दें और खुलकर जिएँ
दोस्तों बड़े से बड़ा टास्क भी अगर दैनिक लक्ष्यों के आधार पर किया जाए तो वह निश्चित तौर पर समय सीमा में पूरा हो जाता है। इसलिए अपने संकल्पों को सबसे पहले दैनिक लक्ष्यों में बदलें और फिर दिन खत्म होने के पूर्व, उन्हें पाने के लिए योजनाबद्ध तरीक़े से अपना सौ प्रतिशत देते हुए काम करें। किसी भी हाल में लगातार 2 दिनों तक उन्हें अधूरा ना रहने दें। दैनिक लक्ष्यों को पाना आपकी ऊर्जा बढ़ा देता है। साथ ही याद रखिएगा दोस्तों जीवन सिर्फ़ इसी पल में है, जो बीत गया है उसे बदला नहीं जा सकता, भविष्य की कोई गारंटी नहीं है, इसलिए अपने वर्तमान को सौ प्रतिशत खुलकर जीना ही, अपनी सफलताओं पर उसी वक्त जश्न मनाना, जीवन को सार्थक बना सकता है।
5) हमेशा सीखने के लिए तैयार रहें और पूर्व में की गई ग़लतियों को ना दोहराएँ
याद रखिएगा दोस्तों, जब संकल्प नया है, लक्ष्य नया है तो उसे पूरा करने के लिए आपको नए ज्ञान और कौशल की आवश्यकता होगी और उस ज्ञान और कौशल को पाने के लिए आपको सीखने के लिए हमेशा तैयार रहना होगा। वैसे भी जब आप सीखना बंद करते हैं, तब ग़लतियाँ करने लगते हैं।
इससे भी ज़्यादा स्थिति तब बिगड़ जाती है जब हम अपनी ग़लतियों को दोहराने लगते हैं। इसलिए वर्ष के अंतिम दिन सबसे बड़ा संकल्प ग़लतियों से सीखने और उन्हें ना दोहराने का लें। याद रखिएगा ग़लतियाँ करने से ज़्यादा गलत, ग़लतियों से सीख नहीं लेना है।
आशा करता हूँ उपरोक्त 5 बातों पर कार्य करके या इन्हें अपने जीवन का हिस्सा बनाने का निर्णय लेकर आप वर्ष 2021 के अंत और वर्ष 2022 को अपने जीवन का स्वर्णिम वर्ष बनाएँगे।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर