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बातचीत से मनचाहे परिणाम प्राप्त करने के 5 सूत्र


May 27, 2021
बातचीत से मनचाहे परिणाम प्राप्त करने के 5 सूत्र
दोस्तों आज मैं आपको एक ऐसे विषय के बारे में बताने जा रहा हूँ जिसमें आमतौर पर सभी लोग माहिर होते हैं, लेकिन उसके बाद भी मनचाहा परिणाम प्राप्त नहीं कर पाते हैं। जी हाँ दोस्तों बोलना, बात करना हम सबको आता है और यह एक ऐसी कला है जिसे अगर अच्छे से सीख लिया जाए तो मनचाहे परिणाम पाना आसान हो जाता है। फिर चाहे आप एक विद्यार्थी हों या नौकरीपेशा या फिर व्यवसायी इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता।
आज मैं आपको किसी से भी बातचीत करने के 5 सरल तरीक़े बताऊँगा, जो आपको अपनी बात को सही तरीक़े से रखने और मनचाहा परिणाम प्राप्त करने में मदद करेंगे।
पहला सूत्र - स्पष्ट लक्ष्य रखें और तैयारी करें
अगर आप चाहते हैं कि सामने वाला व्यक्ति पूरे ध्यान के साथ आपकी बात सुने और उसपर अपने मत से आपको जल्दी अवगत कराए, तो आपको अपनी बात को कम से कम शब्दों में, स्पष्ट तरीक़े से कहना सीखना होगा और इसके लिए आपको बातचीत शुरू करने के पहले अपने बातचीत के लक्ष्य को एकदम स्पष्ट रखना होगा और फिर उस उद्देश्य को ध्यान में रख कर तैयारी करें किस तरह आप अपनी बात सामने वाले से करेंगे।
दूसरा सूत्र - अपेक्षाएँ कम रखें
बातचीत करते समय खुद से अधिक अपेक्षाएँ रखना खुद के ऊपर दबाव बढ़ाता है। दबाव से पार पाने के लिए हम पूर्णतावादी (perfectionism) दृष्टिकोण अपनाकर अपने मत को सर्वश्रेष्ठ बनाकर प्रस्तुत करने का प्रयत्न करते हैं। साथ ही हर पल आगे क्या कहना है इस बारे में विचार करते हैं और इसी वजह से सामने वाला क्या कह रहा है उस पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। ऐसे में कई बार हम हाथ आए मौके को गँवा देते हैं। इसके स्थान पर स्पष्ट लक्ष्य रखते हुए पूरी तैयारी के साथ कम से कम अपेक्षाएँ रखते हुए अपनी बात कहना आपको सामने वाले से जुड़ने का मौक़ा देता है। बातचीत के दौरान पूरी तरह सामान्य रहते हुए खुद को 100 प्रतिशत व्यक्त करने का प्रयास करें।
तीसरा सूत्र - अभिवादन के साथ आदर देते हुए अपनी बातचीत शुरू करें
सामने वाले की उम्र, पद व आपसी रिश्ते के आधार पर मुस्कुराते हुए अभिवादन के साथ बातचीत की शुरुआत करें। सामान्यतः ‘नमस्कार’ या ‘नमस्ते’ के सम्बोधन के साथ किसी से भी बातचीत की शुरुआत की जा सकती है। मुस्कुराते हुए अभिवादन करने से आपको दो फ़ायदे होते हैं। पहला, यह आपकी छवि सकारात्मक व खुश व्यक्ति की बनाता है। दूसरा, जब आप किसी को आदर देते हैं तो वह भी आपसे पूरे आदर के साथ बातचीत करता है। दोस्तों वैसे एक सर्वे बताता है कि 88 प्रतिशत लोग बातचीत के दौरान आदर देना नहीं जानते हैं। आदर देकर बात करना आपके बातचीत के लहजे को बेहतर बनाता है। ‘आप कैसे है?’ पूछकर बातचीत की शुरुआत करें इससे सकारात्मक माहौल और हल्के मूड के साथ बातचीत शुरू हो पाती है।
चौथा सूत्र -सामने वाले शख़्स को ज़्यादा बोलने का मौक़ा दें
शुरुआती बातचीत में सामने वाले को अपनी बात रखने का ज़्यादा से ज़्यादा मौक़ा दें और जब वह बोल रहा हो तो उसकी बात पूरे ध्यान से सुनें और बीच-बीच में अच्छा, जी, आपको ऐसा क्यूँ लगता है?, वाह, इसे थोड़ा गहराई से बताएँगे आदि जैसे शब्द कहें यह सामने वाले को और बोलने के लिए मजबूर करता हैं। ऐसा करना आपको सामने वाले को समझने का मौक़ा देगा और आपको इस बात का एहसास करवा देगा कि क्या बोलने से आप सामने वाले को अपनी बात मानने के लिए बाध्य कर पाएँगे। सामने वाले की कही हर अच्छी बात के लिए उसकी तारिफ़ करें। जब सामने वाला कुछ कह रहा हो तब उसी पल में रहने का प्रयास करें।
पाँचवाँ सूत्र - सटीक, साफ़, सकारात्मक और सजग रहते हुए अपनी बात कहें
आज की तारीख़ में आपको हर शख़्स व्यस्त नज़र आएगा, ऐसे में समय बर्बाद करने के स्थान पर 2 मिनिट में अपनी मुख्य बात कहने का प्रयास करें। मीठा बोलें, सकारात्मक शब्दों का ज़्यादा से ज़्यादा प्रयोग करें और सजग रहते हुए साफ़ बात कहें। बातचीत के दौरान सहज हाव-भाव व सकारात्मक बॉडी लैंग्वेज रखें और साथ ही अपनी ऊर्जा और जब चुप रहें तब अपनी मुस्कुराहट बरकरार रखें। ‘आपका शुक्रिया’, ‘जी बिलकुल’, ‘आप एक दम सही कह रहे हैं!’ ‘जी… ‘, ‘आप’ जैसे शब्दों का ज़्यादा इस्तेमाल करें। ना तो बहुत ज़ोर से, ना ही बहुत धीरे बोलें।
दोस्तों अभी पढ़ते समय यह सभी सूत्र आपको बड़े साधारण या आसान लग रहे हैं लेकिन बिना अभ्यास के इन्हें अपने दैनिक जीवन में प्रयोग में लाना आसान नहीं है। लेकिन याद रखिएगा शब्दों में दुनिया को जीतने की ताक़त होती है। इसीलिए हरिवंश राय बच्चन जी ने कहा है, ‘सुनने को नई बात हमेशा, रहता है तैयार इंसान, कहनेवाला भले ही हो शैतान।’
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर
dreamsachieverspune@gmail.com