फिर भी ज़िंदगी हसीन हैं...
साक्षात्कार (इंटरव्यू) में सफलता के लिए यह कभी ना कहें


June 13, 2021
साक्षात्कार (इंटरव्यू) में सफलता के लिए यह कभी ना कहें…
दोस्तों कोविद ने कई लोगों के सामने रोज़ी-रोटी का सवाल खड़ा कर दिया है। कुछ लोगों ने जहाँ अपनी नौकरी खोई है तो कुछ लोगों के व्यवसाय पूरी तरह चौपट हो गए हैं। हममें से ही कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने परिवार के कमाने वाले सदस्य को ही खो दिया है। ऐसे में अपनी वित्तीय स्थिति को ठीक बनाए रखने के लिए बहुत से लोग कुछ ना कुछ नया करने का प्रयास कर रहे हैं वहीं कुछ लोग हैं जिनके पास तत्काल राहत के लिए नौकरी करने के अलावा कोई और चारा नहीं है।
लेकिन कई बार अथक प्रयास करने के बाद भी उन्हें सफलता मिल नहीं पाती है क्यूँकि वे अचानक आई इस ज़िम्मेदारी के लिए प्रोफेशनली तैयार नहीं थे। आईए आने वाले चार दिनों में हम वो दस बातें समझने का प्रयास करते हैं जो हमें इंटरव्यू के दौरान बोलने से बचना चाहिए।
१) वैसे तो मैं इस तरह की नौकरी या इस क्षेत्र में काम नहीं करना चाहता था…
कई बार साक्षात्कारकर्ता आपसे पूछता है कि, ‘भविष्य को लेकर आपकी क्या योजना है?' या ‘कैरियर को लेकर अपने सपने के बारे में और उसे पाने की योजना के बारे में बताए।’ या फिर ‘आने वाले वर्षों में आप कैरियर में स्वयं को कहाँ देखते हैं?’ जब आप इंटरव्यू रूम में इन प्रश्नों के उत्तर में कहीं भी ऐसा कुछ भी बताते हैं तो आप साक्षात्कारकर्ता को परोक्ष रूप से यह कहते हैं कि, ‘मैं अपनी आज की ज़रूरत पूरी करने के लिए इस नौकरी के मार्फ़त आपके साथ जुड़ रहा हूँ और मुझे जैसे ही कोई बेहतर मौक़ा या विकल्प मिलेगा तो मैं आपको छोड़कर वहाँ चला जाऊँगा।’ जिस तरह आप स्वयं के फ़ायदे या लक्ष्य को ध्यान में रख बातचीत करते हैं, ठीक उसी तरह साक्षात्कारकर्ता भी अपनी कम्पनी के लक्ष्य को ध्यान में रख, आप से बात करता है। इसलिए साक्षात्कार के दौरान पेशेवर रवैया अपनाते हुए सिर्फ़ उतना ही बोलें या अपने जीवन या लक्ष्य का उतना ही हिस्सा साझा करें जो नितांत आवश्यक हो।
२) झूठ बोलने से बचें
कई बार हम किसी ग़लत अनुभव या किसी कम्पनी में बहुत कम दिनों तक काम करने के अनुभव को साक्षात्कारकर्ता से साझा नहीं करते हैं और ऐसे में उसके द्वारा दो नौकरी के बीच के अंतराल के बारे में पूछने पर आपका गोल-मोल जवाब देना या झूठ बोलना आपके चरित्र के प्रति शंका पैदा करता है। किसी भी वजह से अगर आप कुछ बात छुपाना चाहते हैं तो सुनिश्चित कर लें कि आपने कभी भी, किसी भी सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर, लिंक्डइन आदि पर या किसी भी अन्य सामाजिक मंचों पर, वास्तविक सच्चाई का उल्लेख नहीं किया है। आजकल कम्पनियाँ नौकरी देने से पहले सोशल मीडिया पर आपकी प्रोफ़ाईल चेक करती हैं। वैसे भी दोस्तों झूठ न बोलना हमेशा अच्छा होता है इसलिए अपने रेज़्यूमे में हर उस जानकारी का उल्लेख करें जो आपकी प्रोफ़ाईल से मेल खाती हो।
३) ‘इस वक्त मैं अलग-अलग प्रोफ़ाईल के लिए साक्षात्कार दे रहा हूँ।’ या ‘मैंने इन कम्पनियों में अभी इंटरव्यू दिया है।’, कहने से बचें
हो सकता है इस वक्त आपके लिए तत्काल नौकरी पाना बहुत ज़रूरी हो और इसी वजह से आप अलग-अलग रोल के लिए साक्षात्कार दे रहे हों, या फिर आप सबसे उपयुक्त कैरियर चुनने की उलझन की वजह से अलग-अलग क्षेत्रों में साक्षात्कार दे रहे हों लेकिन फिर भी आप अपने पेशेवर जीवन में क्या कर रहे हैं यह साक्षात्कारकर्ता को कभी ना बताए, खासकर तब, जब आप विभिन्न क्षेत्रों में साक्षात्कार दे रहे हों। ऐसा करना आपकी योग्यता पर सवाल पैदा करता है या साक्षात्कारकर्ता को यह सोचने के लिए विवश करता है कि आप उलझे हुए व्यक्तित्व के मालिक हैं और यह उलझन शायद उनके उद्देश्य की पूर्ति के लिए उचित ना हो। कोई भी कम्पनी कभी भी, किसी भी ऐसे व्यक्ति को चुनना पसंद नहीं करती है जो उनके साथ लम्बे समय तक ना रुक सके क्यूँकि आपको चुनने के बाद वे आपको कार्य सिखाने पर निवेश करती है और अगर आप अपनीं उलझन की वजह से उन्हें जल्द छोड़ कर जाते हैं तो उनकी आर॰ओ॰आई॰ और भविष्य की योजना दोनों गड़बड़ा जाती है। उनका उद्देश्य बड़ा सादा सा होता है, वे आपको चुनकर अपने निवेश पर स्वस्थ प्रतिफल प्राप्त करना चाहते हैं। इसके स्थान पर साक्षात्कारकर्ता को एहसास कराए कि आपने जिस पद के लिए आवेदन किया है आप उसी क्षेत्र में अपना भविष्य देखते हैं और उसी पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उस क्षेत्र में और वांछित पद पर कार्य करने के लिए आवश्यक योग्यता और गुण आपमें है और आपसे ज़्यादा उपयुक्त व्यक्ति को खोजना उसके लिए मुश्किल होगा।
आज के लिए इतना ही दोस्तों कल हम अगले तीन सूत्र सीखेंगे तब तक याद रखिएगा सही बात को भी सही तरीक़े से कहना आवश्यक है अन्यथा आप हाथ आए मौक़ों को भी चूक जाएँगे।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर