फिर भी ज़िंदगी हसीन हैं...
साक्षात्कार (इंटरव्यू) में सफलता के लिए यह कभी ना कहें - भाग 2


June 14, 2021
साक्षात्कार (इंटरव्यू) में सफलता के लिए यह कभी ना कहें - भाग 2
दोस्तों साक्षात्कार (इंटरव्यू) में सामान्यतः लोग अपने सरल स्वभाव व स्पष्टवादी दृष्टिकोण की वजह से कई बार ऐसी बात कह जाते हैं जो अनजाने में ही अर्थ का अनर्थ कर देती है और योग्यता, शिक्षा, हुनर आदि सब कुछ ठीक होने के पश्चात भी व्यक्ति को सफलता नहीं मिल पाती है। कल हमने साक्षात्कार के दौरान ना बोलने वाली दस बातों में से प्रथम तीन बातों को समझने का प्रयास करा था। आईए आगे बढ़ने से पहले उन तीनों बातों को दोहरा लेते हैं-
पहली बात - वैसे तो मैं इस तरह की नौकरी या इस क्षेत्र में काम नहीं करना चाहता था… ‘भविष्य को लेकर आपकी क्या योजना है?' या ‘अपने ड्रीम कैरियर और उसे पाने की योजना के बारे में बताए।’ या फिर ‘आने वाले वर्षों में आप कैरियर में स्वयं को कहाँ देखते हैं?’ आदि प्रश्नों के जवाब में उपरोक्त बात कह कर आप परोक्ष रूप से साक्षात्कारकर्ता को कहते हैं कि, ‘‘मैं अपनी आज की ज़रूरत पूरी करने के लिए इस नौकरी को चुन रहा हूँ और बेहतर मौक़ा या विकल्प मिलते ही मैं इसे छोड़ दूँगा।’ साक्षात्कार में सिर्फ़ उतना ही बोलें जो नितांत आवश्यक हो और साक्षात्कारकर्ता का प्रश्न पूछने का उद्देश्य पूरा करता हो।
दूसरी बात - झूठ बोलने से बचें
कई बार साक्षात्कारकर्ता से कुछ छिपाने के उद्देश्य से झूठ बोल जाते हैं। जैसे, आपने किसी नौकरी को बहुत कम दिनों में छोड़ा है और आप इसे अपने रेज़्यूमे में नहीं दिखा रहे हैं। ऐसे में सुनिश्चित कर लें कि आपने उसके बारे में कभी भी, किसी भी सोशल मीडिया अर्थात् फेसबुक, ट्विटर, लिंक्डइन आदि पर कुछ नहीं कहा है। झूठ पकड़ाना आपकी विश्वसनीयता घटाता है। भले झूठ बोलने के पीछे आपका उद्देश्य अच्छा हो।
तीसरी बात - ‘इस वक्त मैं अलग-अलग प्रोफ़ाईल के लिए साक्षात्कार दे रहा हूँ।’ या ‘मैंने इन कम्पनियों में अभी इंटरव्यू दिया है।’, कहने से बचें
कई बार अपने लिए सर्वश्रेष्ठ चुनने की चाह में या मजबूरी में हम कई क्षेत्रों में नौकरी पाने का प्रयास करते हैं और उपरोक्त तरह के प्रश्न पूछने पर साक्षात्कारकर्ता को इसके बारे में सही-सही बता देते हैं। ऐसी स्थिति में वे आपको उलझा या अस्पष्ट विचारों वाला व्यक्ति मान सकते हैं और कोई भी कम्पनी किसी भी ऐसे व्यक्ति को चुनना पसंद नहीं करती है जिसके बारे में उसे संशय हो। जो लम्बे समय तक उनके साथ नहीं रुक सकता हो। इसके स्थान पर जिस पद के लिए आवेदन किया है उसके लिए अपनी योग्यता साबित करें और उन्हें एहसास कराए कि आपसे बेहतर उम्मीदवार खोजना उनके लिए आसान नहीं होगा।
आइए दोस्तों अगली तीन मुख्य बातों को सीखने का प्रयास करते हैं-
चौथी बात - ‘मैं जल्द पदोन्नति की आशा रखता हूँ।’ या ‘मैं जल्दी सफल होना चाहता हूँ।’
महत्वाकांक्षा रखना क़तई बुरा नहीं है लेकिन एक साक्षात्कारकर्ता इस तरह की बात अपने आदर्श उम्मीदवार से सुनना नहीं चाहता है। उपरोक्त वाक्यों से वे अंदाज़ा लगाते हैं कि अति महत्वकांक्षा के चलते आप स्थिर नहीं रहेंगे और जल्दी-जल्दी नौकरी बदलेंगे और यह कम्पनी के हित के विपरीत होगा। इसलिए साक्षात्कारकर्ता के सामने कभी भी अपनी महत्वाकांक्षा का इजहार न करें। हालाँकि इसकी सम्भावना कम है लेकिन कई बार आपकी अति महत्वाकांक्षा साक्षात्कारकर्ता के मन में भी असुरक्षा की भावना पैदा कर सकती है कि कहीं आने वाले वर्षों में आप उससे ही आगे ना निकल जाए। ऐसे में वह आपके ऊपर "अति-आत्मविश्वास" या “अति-महत्वाकांक्षी" का ठप्पा लगा सकता है। इसके स्थान पर आप कह सकते हैं, ‘मुझे ऐसा लगता है कि यह नौकरी मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ देने और विकास करने का मौक़ा देगी।’
पाँचवीं बात - ‘मेरे लिए संदर्भ देना मुश्किल रहेगा।’ या ‘मेरे पास कोई संदर्भ नहीं है।’
दोस्तों आमतौर पर यह प्रश्न पृष्ठभूमि की जांच अथवा जो आप कह रहे हैं उसे सत्यापित करने के लिए पूछा जाता है ऐसे मैं यह कहना कि ‘मेरे पास कोई संदर्भ नहीं है’ अपने खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारने के सामान है। मान लीजिए आप फ़्रेशर हैं या आप किसी नए शहर में साक्षात्कार देने गए हैं तब भी कम से कम 3 प्रोफ़ेसर या अपने वरिष्ठों के नाम सोच कर जाए। अगर आपने पढ़ाई के दौरान इंटर्नशिप करी है तो आप वहा का भी संदर्भ दे सकते हैं या इंटर्नशिप खत्म करने पर मिले अनुशंसा पत्र को संदर्भ के रूप में यहाँ दे सकते हैं। आवेदन पत्र में संदर्भ में नाम देने से पूर्व अच्छे से सुनिश्चित कर लें कि वे आपके भरोसेमंद हैं और वे आपके बारे में सही और सटीक जानकारी देंगे क्यूँकि साक्षात्कारकर्ता से आप जो अपने बारे में कहते हैं वे उससे ज्यादा दूसरों की बातों पर भरोसा करते हैं।
छठी बात - कभी ना कहें कि ‘पिछली नौकरी का अनुभव अच्छा नहीं था।’ या ‘पूर्व वाली कम्पनी ठीक नहीं थी।'
पूर्व नियोक्ता के बारे में नकारात्मक कहना आपकी छवि को भी नुक़सान पहुँचाता है। साक्षात्कारकर्ता यह सोच सकता है कि आप नकारात्मक नज़रिया रखते हैं या आपके साथ कार्य करना मुश्किल हो सकता है या आप सामंजस्य बैठाने में सक्षम नहीं है और ऐसे में वह आपसे आपकी बात के संदर्भ में स्पष्टीकरण मांग सकता है। इसके स्थान पर आप कह सकते हैं कि, ‘मेरी पिछली नौकरी अच्छी थी। मैं उत्साहित था, मैंने वह सब किया जो मैं कर सकता था। लेकिन मेरा पिछला जॉब प्रोफ़ाईल सीमित था इसलिए मैं अभी नई नौकरी खोज रहा हूँ जिसमें मुझे निम्न कार्य करने का मौक़ा मिले। इसके बाद आपने जिस पद के लिए आवेदन किया है उसके बारे में बात करें।
जी हाँ दोस्तों जब आप साक्षात्कार के अन्य सवालों के जवाब अच्छे से देते हैं और कुछ सवालों के जवाब चतुराई के साथ सीमित देते हैं तो आप साक्षात्कारकर्ता के मन में संदेह पैदा कर देते हैं कि उसने जो समझा है वह सही है या नहीं और अगर आप वास्तव में अपने काम में अच्छे हैं तो आपको इस संदेह का लाभ हमेशा मिलेगा।
आज के लिए इतना ही दोस्तों कल हम अगले दो सूत्र सीखेंगे।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर