फिर भी ज़िंदगी हसीन हैं...
सौ प्रतिशत जीने के 11 तरीक़े - द्वितीय भाग
Mar 26, 2021
सौ प्रतिशत जीने के 11 तरीक़े - द्वितीय भाग
कल हमने ईश्वर के दिए अनमोल तोहफ़े ‘ज़िंदगी’ को सौ प्रतिशत जीने के ग्यारह में से पाँच तरीक़े सीखे थे। जो इस प्रकार थे -
1) ‘लोग क्या कहेंगे…’ को पीछे छोड़िए क्यूँकि लोगों का काम ही है कहना…
2) जिन कार्यों को करना आपके लिए सम्भव नहीं है उसकी ज़िम्मेदारी ना लें।
3) सब कुछ ‘परफ़ेक्ट’ करने या पाने की कोशिश ना करें, यह निराशा का प्रमुख कारण है इसके स्थान पर आभारी रहें।
4) खुद और प्रकृति के साथ समय बिताएँ व अच्छी यादें बनाने के लिए प्रयासरत रहें।
5) जीवन की ज़िम्मेदारी लें व स्वयं के लिए जवाबदेही बनकर मस्त रहें।
आईए दोस्तों आज सीखते हैं सौ प्रतिशत जीवन जीने के बचे हुए छः सूत्र-
6) अपने सर्वश्रेष्ठ दिन की परिकल्पना करें
जीवन के हर क्षेत्र में सामंजस्य बैठाने वाली कुछ बातों को चुनें और उनके छोटे-छोटे दैनिक लक्ष्य बनाकर उन्हें पाने का प्रयत्न करें। जैसे स्वास्थ्य के लिए 10000 कदम चलना, परिवार के लिए डिनर साथ करना या बिना गैजेट 30 मिनट साथ रहना आदि। दैनिक आधार पर, कमाई पर आधारित लक्ष्य बनाना या खुद की संतुष्टि के लिए पढ़ना। प्रकृति के साथ रहना, म्यूज़िक सुनना, दोस्तों से बातें करना आदि। इन सभी लक्ष्यों को किसी भी अन्य कार्य को करने के पहले पूरा करने का प्रयत्न करें। प्रतिदिन लक्ष्यों को पाना आपको आत्मिक सुख की अनुभूति देगा।
7) वर्तमान में जिएँ और प्रतिदिन आईने से बात करें
आमतौर पर हम अतीत अथवा भविष्य में जीते हैं। अतीत कई बार नकारात्मक भाव व भविष्य अनिश्चितता लेकर आता है, जो आपके ऊपर दबाव व तनाव बढ़ाता है। इसके स्थान पर अपने वर्तमान को सौ प्रतिशत जिएँ। प्रतिदिन आईने के सामने खड़े हों और अपने प्रतिबिम्ब से बात करें, प्रश्न पूछें-
1) क्या शारीरिक और मानसिक रूप से मैं वैसा ही हूँ जैसा बनना चाहता हूँ?
2) जैसे आप दिख रहे हैं क्या वह आपको पसंद है?
3) क्या आप भरोसा करने लायक़ हैं?
4) क्या आप दूसरों की परवाह करते है?
5) क्या आप सर्वोत्तम निर्णय लेकर कार्य पूर्ण करते है?
6) क्या आप ख़ुदमें वह बदलाव ला रहे हैं जो देखना चाहते हैं?
याद रखिएगा दोस्तों सर्वश्रेष्ठ जीवन जीने का मतलब केवल महान, रोमांचक चीजें करना नहीं है। इस लक्ष्य को साधारण सी लगने वाली बातों को नियमित रूप से करके भी पाया जा सकता है।
8) अपने किसी विशिष्ट सपने के लिए बचत करें और कुछ नया सीखते रहें
अपने विशिष्ट सपने, जैसे दुनिया घूमना, घर या फार्म हाउस बनाना, कोई विशिष्ट कार ख़रीदना आदि को रखना और अपनी बचत से उसे पूरा होता देखना, ऊर्जा बनाए रखता है। सपना महँगा हो यह ज़रूरी नहीं है, आप छोटे सपनों के लिए भी लक्ष्य बना सकते हैं। जैसे, म्यूज़िक कॉन्सर्ट में जाना, महँगे रेस्टोरेंट में खाना, परिवार के साथ घूमने जाना इत्यादि। सपनों के साथ समय सीमा और बजट तय करें और फिर इसे पूरा करने के लिए अतिरिक्त मेहनत करें, नई स्किल सीखें। नई स्किल सीखना आर्टिफ़िशल इंटेलिजेन्स व गिग अर्थव्यवस्था के दौर में आपको भविष्य की अनिश्चितता से बचाएगा।
9) खुद को बहुत गम्भीरता से लेने के स्थान पर अधूरे काम या असफलता का जश्न बनाएँ
कुछ लोगों के सामने हम हमेशा छोटे, ग़ैर ज़िम्मेदार व महत्वहीन होते हैं लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि आप असफल हैं। ठीक इसी तरह असफल होने पर या कोई कार्य अपूर्ण होने पर उसे जीवन मृत्यु का प्रश्न ना बनाए। अगर कभी कोई काम अपूर्ण है या आप असफल भी हो गए हैं तो भी सफलता का जश्न मनाए। कभी कुछ चीजों को जानकर भी मिस करें या किसी अन्य वजह से मिस कर गए हैं तो भी ख़ुशी बनाए अर्थात् ‘जॉय ऑफ़ मिसिंग आउट’ प्रैक्टिस करें। कभी-कभी खुद को गम्भीरता से ना लेना फ़ायदेमंद रहता है। मिस करने या असफल रहने पर ख़ुशी बनाने का निर्णय सही है या नहीं, जानने के लिए खुद से पूछें, ‘आने वाले 5 मिनिट, 5 दिन, 5 महीने या 5 साल में यह कार्य आपके लिए कितना महत्वपूर्ण होगा? इसके बाद खुद से दूसरा प्रश्न करें, ‘वास्तव में क्या मुझे इस कार्य या स्थिति के लिए इतना परेशान होना चाहिए?’
10) दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबी लोगों को जीतने में मदद करें
आस-पास मौजूद लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहें। अपने लोगों की केयर करना और लक्ष्य पाने में एक दूसरे की मदद करना वातावरण व मूड को सकारात्मक व रिश्तों को प्रगाढ़ बनाता है। अपनों की उपलब्धियों को साझा करना, उन्हें आगे बढ़ने में मदद करना, सुख-दुःख में साथ रहना जीवन को आसान बनाता है। ध्यान रखें, वापस पाने की उम्मीद से यह सब ना करें।
11) थोड़ा लेकिन बेहतरीन करें और अपनी सीमा तय करें
बड़े लक्ष्य के साथ कार्य को पूर्ण और परफ़ेक्ट करना या पूर्णता पाना मुश्किल और तनाव भरा होता है। इसके स्थान पर आदर्श और बेहतरीन तरीक़े से कार्य पूर्ण करने के लिए 3-5 सरल लेकिन प्रभावी लक्ष्य बनाए। ऐसा करना आपको अपनी ऊर्जा और समय का सही उपयोग करने का मौक़ा देगा। ठीक इसी तरह अपनी सीमा पहले से तय रखना हमें अंधी दौड़ से बचाकर उपलब्धि का जश्न बनाने का मौक़ा देता है। अगर जीवन पूर्णता से जीना चाहते हैं तो जो प्राप्त है उसे पर्याप्त से अधिक मानें। याद रखें परिवार, दोस्त, कनेक्शन, करियर और संपत्ति सब कुछ एक पल के लिए है। इन्हें रोज स्वीकार कर, देखभाल करें। ध्यान रखें कि आपकी ख़ुशी और सम्पूर्णता के लिए आप ही काफी हैं इसलिए खुद की देखभाल करें।
जी हाँ दोस्तों, इन ग्यारह तरीक़ों को रोज़ प्रैक्टिस करके हम अपने जीवन को सौ प्रतिशत जी सकते हैं। इसके बाद भी कभी मन विचलित हो, थोड़ा लो फ़ील कर रहे हों तो उन दस चीजों या कामों के बारे में सोचें जो इस पल को शानदार बना सकते हों। प्रतिदिन कुछ मिनिट स्वयं के साथ, अपनी आत्मा के साथ बिताएँ, उसके साथ मौन बातचीत करें। जितना अधिक आप अपनी स्प्रिट के साथ रहेंगे, आप उतना ही शांत और खुश रहेंगे। याद रखिए ईश्वर और उसका आशीर्वाद हमेशा आपके साथ है।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर