दैनिक भास्कर - मैनजमेंट फ़ंडा
एन. रघुरामन, मैनजमेंट गुरु
आपकी जीवनशैली का प्रबंधन बदलने वाला है


April 27, 2021
आपकी जीवनशैली का प्रबंधन बदलने वाला है
आज बुरी खबर देने के लिए माफी चाहता हूं। लेकिन यह जरूरी है क्योंकि आपको अपनी और परिवार की जीवनशैली को तुरंत फिर व्यवस्थित करना होगा। कोविड लौटता रहेगा, जैसे फिल्मों और टीवी सीरियल के सीक्वल आते हैं। संक्षेप में कोविड अभी नहीं जाएगा। सबसे पहले अलमारी के ऊपरी खंड को थर्मामीटर, ऑक्सीमीटर, स्टीम इनहेलर, बीपी उपकरण और ब्लड शुगर मॉनीटर के लिए खाली कर लें क्योंकि इनकी लंबे समय तक जरूरत पड़ेगी। और बेशक मास्क की भी। कई वर्षों तक बिना मास्क के बीच या पहाड़ी पर छुट्टियों की कल्पना भी न करें। अगर जानना चाहते हैं कि कोरोना कब तक आपकी जिंदगी में रहेगा, तो आगे पढ़ें।
पिछले 15 दिनों से मेरी वैश्विक निवेशकों पर नजर है। न सिर्फ सरकार बल्कि निजी निवेशक भी, जो पहले वैक्सीन को लाभहीन फार्मास्यूटिकल बैकवॉटर मानते थे, वे यह देखकर कि वैक्सीन लंबी चलेंगी, अब बड़ी दवा कंपनियों और उभरते बायोटेक पर अरबों खर्चने तैयार हैं। अमेरिका के तीन अधिकृत वैक्सीन निर्माता, मॉडर्ना, फाइजरबायोएनटेक और जॉनसन एंड जॉनसन बूस्टर शॉट का परीक्षण कर रहे हैं जो वैश्विक आबादी को ज्यादा संक्रामक वैरिएंट से बचाएंगे। अमेरिकी बायोटेक स्टार्टअप एडाजिओ थेरेप्यूटिक्स के सीईओ टिलमैन जर्नग्रोस ने पिछले हफ्ते जनता से 336 मिलियन डॉलर इकट्ठा करने के बाद कहा कि ‘इंसानी आबादी में कोविड वैरिएंट लगातार फैलते रहेंगे। वे शायद कम घातक हो जाएं, लेकिन बने रहेंगे।’
वैश्विक वैज्ञानिक मानने लगे हैं कि उन्हें वैरिएंट के खिलाफ जंग छेड़नी होगी और ऐसे ही वायरस और उभर सकते हैं। कुछ विशेषज्ञ महामारी के बाद के परिदृश्य पर बात करने लगे हैं, यानी वे मानते हैं कि कोविड दुनियाभर में घूमता रहेगा। एक डेटा ट्रैकर के मुताबिक दुनियाभर के शोधकर्ता कोविड-19 के 850 इलाजों और टीकों पर काम कर रहे हैं। करीब 100 कंपनियां परीक्षण किट बना रही हैं। कई देशों में हो रहे टीकाकरण के साथ कुछ बड़ी कंपनियों के टीके पहले ही बाजार में हैं, लेकिन अन्य बड़ी फार्मा कंपनियों को लगता है कि दुनिया में तीसरी, चौथी और पांचवीं वैक्सीन की जगह है। फार्मा कंपनियों में मशहूर रॉन सी रेनॉड कहते हैं कि उन्हें लगता है, फ्लू वैक्सीन की तरह हर साल वैक्सीन या बूस्टर लगाए जाएंगे। याद रखें, यह स्वास्थ्य जरूरत, सेहतमंद बिजनेस भी बन सकती है।
दवा निर्माताओं और वैज्ञानिकों की ‘पहले से तैयारी’ की इस रणनीति के साथ सिस्टम इंजीनियर भी नया इंफ्रास्ट्रक्टर देख रहे हैं, जो तेजी से रोगाणुओं के लिए टेस्ट उपलब्ध करवाने, घनी आबादी के पास बंकर में टेस्ट उपकरण रखने और वैक्सीन बांटने तथा इलाज में मदद करेंगे। विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसे सिस्टम तैयार करने होंगे, जो मिसाइल की तरह स्थिति को तुरंत नियंत्रित करने में मदद करें।
विकसित देश चिंतित हैं कि गरीब देशों का भी अमीर देशों जितनी तेजी से टीकाकरण जरूरी है, वरना संक्रामक वैरिएंट तेजी से दुनियाभर में फैल जाएंगे। ब्राउन यूनिवर्सिटी ऑफ पब्लिक हेल्थ के डीन डॉ आशीष झा ने शनिवार को मीडिया से कहा, ‘हम वायरस को उस तेजी से नहीं फैलने दे सकते, जैसा कुछ देशों में हो रहा है।’ ज्यादातर वैज्ञानिकों को लगता है कि इस स्थिति में सभी का, तेजी से टीकाकरण ही एकमात्र रास्ता है।
ऐसी अनिश्चित परिस्थितियां हमारे खाने, यात्रा, बात करने, सामाजिक रूप से उठने-बैठने, खरीदारी और सीखने के तरीकों में बड़ा बदलाव लाएंगी।
फंडा यह है कि जिंदगी के प्रबंधन में बड़े फेरबदल के लिए तैयार हो जाएं क्योंकि वायरस जैसा अनजाना दुश्मन बहुत दिन घूमता रहेगा। कोविड के खिलाफ जंग लंबी चलेगी, शायद एक दशक लंबी।