दैनिक भास्कर - मैनजमेंट फ़ंडा
एन. रघुरामन, मैनजमेंट गुरु
‘कुर्सी जैसा आदमी’ जल्दी टूटता है
Aug. 11, 2021
‘कुर्सी जैसा आदमी’ जल्दी टूटता है!
सैन फ्रांसिस्को के एक स्टार्टअप ‘फास्ट’ में ‘चेयर-शेप्ड’ (कुर्सी जैसा आकार) लोगों के लिए ‘मूवमेंट स्नैक्स’ मेन्यू शुरू हुआ है। आप सोच रहे हैं ये ‘चेयर-शेप्ड’ और ‘मूवमेंट स्नैक्स’ क्या है? ये दो शब्द महामारी में कार्यस्थल पर बदलते समीकरणों से उपजे हैं। 2021 के कार्यस्थल, 2020 जैसे नहीं रहे। कुछ कर्मचारी ऑफिस में हैं, तो कुछ वर्क फ्रॉम होम (डब्ल्यूएफएच) में। इस नई मिश्रित कार्यव्यवस्था के कारण ‘फास्ट’ जैसी कंपनी को ‘वेलनेस डायरेक्टर’ नियुक्त करने पड़ रहे हैं। उनका मुख्य काम रिमोट कर्मचारियों के लिए ‘वेलनेस मेन्यू’ कार्ड बनाना है, जिसमें ‘मूवमेंट स्नैक्स’ शामिल है। वेलनेस डायरेक्टर प्रत्येक कर्मचारी की निगरानी कर, अपनी जगह पर ही कुछ गतिविधियां करने में मदद करते हैं। कर्मचारी इस डर से लगातार कुर्सी पर बैठे रहते हैं कि कहीं मैनेजर देख न ले कि वे स्क्रीन के सामने नहीं हैं। इससे उनकी गतिविधि सीमित हुई है, जिससे वजन बढ़ने समेत अन्य समस्याएं हो रही हैं। इसलिए उन्हें ‘चेयर-शेप्ड’ व्यक्ति कहा गया है।
फिल मैकडोगल मई से ‘फास्ट’ के साथ बतौर वेलनेस डायरेक्टर काम कर रहे हैं। वे अपने असिस्टेंट के साथ ‘मूवमेंट स्नैक्स’ बना रहे हैं। हालांकि डब्ल्यूएफएच वाले कर्मचारियों से उनका पहला संवाद सुबह 7 बजे शुरू होता है, पर फिल एक घंटे की एक्सरसाइज के बाद सुबह 5.30 बजे स्पोर्ट्स शूज पहनकर ऑफिस पहुंच जाते हैं। वे और उनकी कंपनी तनावग्रस्त डब्ल्यूएफएच कर्मचारियों से होनी वाली चुनौतियों पर काम कर रहे हैं और सभी को तनावमुक्त करने के मिशन पर हैं। फिल के मुताबिक तनाव दो तरह का होता है, शारीरिक और मानसिक।
एक क्लिक पर खरीदारी करने में मदद करने वाला सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी ‘फास्ट’ ने कर्मचारियों को उनकी कुर्सी से जितना ज्यादा हो सके, बाहर निकालने के लिए फिल को नियुक्त किया, ताकि कर्मचारी ‘चेयर-शेप्ड’ न हों।
वे हर दिन की शुरुआत वीडियो कॉल पर ‘मूवमेंट स्नैक’ के 15 मिनट के सेशन से करते हैं जो सभी के लिए अनिवार्य है। सभी कर्मचारी लैपटॉप से दूर होकर एक पैर पर खड़े होते हैं। इनमें कुछ डगमगाते हैं। कुछ ज्यादा बैठने से हुआ कमरदर्द कम करने के लिए घुटनों को सीने से लगाते हैं। फिर वे ब्रीदिंग एक्सरसाइज करते हैं जो फेफड़ों के नीचे स्थित छाते के आकार की मांसपेशी डायफ्राम पर केंद्रित होती है। फिर डेस्क पर गलत तरह से बैठने पर कमजोर होने वाली कोर मसल्स और लोअर बैक मजबूत करने वाली एक्सरसाइज होती हैं।
कर्मचारियों के पास चलने और स्क्वाट करने के मौके कम हुए हैं, इसलिए वे सभी फिल की क्लास में लॉगइन करते हैं। ध्यान और थेरेपी भी अनुंबध का हिस्सा है और कर्मचारी स्लॉट बुक कर सकते हैं। फिल ने विभिन्न एक्सरसाइज के रुटीन बनाए हैं। वे बड़ी एक्सरसाइज लाइब्रेरी बना रहे हैं, जिसमें कई ट्यूटोरियल होंगे। हालांकि वे मानते हैं कि प्रत्येक कर्मचारी तक व्यक्तिगत तौर पर पहुंचना सबसे अच्छा तरीका है। संक्षेप में ‘फास्ट’ कंपनी धीरे-धीरे कर्मचारियों के मन से तनाव की धुंध छंटते देख रही है।
अगर आप रोज लंबे समय तक ‘चेयर-शेप्ड’ रहते हैं, तो डॉक्टर मानते हैं कि आप आसानी से टूटकर (चोटिल होकर) कभी न कभी अस्पताल पहुंचेंगे। इसलिए खुद का ‘वेलनेस मेन्यू’ बनाकर उसमें वॉकिंग, जम्पिंग, स्किपिंग, योग आदि शामिल करें।
फंडा यह है कि स्क्रीन के सामने बैठे रहने की घातक स्थिति से निकलकर रोजाना कोई गतिविधि करना सबसे जरूरी है। अपने 10,000 कदम की वॉकिंग पर वापस जाएं, जिसे महामारी से पहले सबसे अच्छी एक्सरसाइज मानते थे। आप रोजाना 90 मिनट चलकर इसे हासिल कर सकते हैं।