ब्रह्मांड की अनंत शक्ति से करें अपने सपनों को पूरा - भाग 1
- Nirmal Bhatnagar
- 12 hours ago
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Oct 14, 2025
फिर भी ज़िंदगी हसीन है…

दोस्तों, इस दुनिया में कुछ लोग अपने सपनों को जीते हैं और कुछ लोग सपने देखते हुए जीते हैं। कुछ लोगों के पास सभी लोगों को अपनी ओर खींचने का आकर्षण होता है और वे जैसा सोचते हैं, वैसा कर के दिखाते हैं। इसके विपरीत कुछ लोग जी तोड़ मेहनत करने के बाद भी अपनी मंज़िल नहीं पा पाते हैं। मेरी नजर में इन दोनों स्थितियों की वजह ब्रह्मांड की अनंत शक्ति का भान होना या ना होना है। ब्रह्मांड याने यूनिवर्स कोई निर्जीव चीज़ नहीं है। यह एक जीवित, प्रतिक्रियाशील ऊर्जा प्रणाली है। जब आप अपने विचार, भावनाओं और विश्वास को इस ऊर्जा के साथ एक लय में लाते हैं, तब पूरा ब्रह्मांड आपके सपनों को पूरा करने में लग जाता है।
चौंकिए मत दोस्तों, ब्रह्मांड सिर्फ तारों, ग्रहों या आकाश का नाम नहीं है। यह तो ऊर्जा का एक महासागर है, जो सिर्फ़ एक नियम पर चलता है, “लाइक अट्रैक्ट्स लाइक” याने आप जैसा सोचते हैं, वैसा पाते हैं। जब आप किसी चीज़ के बारे में सोचते हैं, तो वह विचार एक वाइब्रेशन याने कंपन पैदा करता है और यही कंपन ब्रह्मांड में उसी प्रकार की ऊर्जा को आकर्षित करता है। याने अगर आप डर के विषय में सोचेंगे हैं, तो आप डर को आकर्षित करेंगे। अगर आप कृतज्ञ रहेंगे तो आप अधिक अवसरों को आकर्षित करेंगे। इसी तरह जब आप सफल होने का विचार रखते हैं तो आप अनुकूल परिस्थितियाँ को आकर्षित करते हैं। सीधे शब्दों में कहूँ तो, इस ब्रह्मांड में आप जो भेजते हैं, यह वही आपको लौटाता है।
इसलिए दोस्तों, मन को ब्रह्मांड का नियंत्रण केंद्र माना जाता है। याने आप इस मन से ब्रह्मांड को कंट्रोल कर सकते हैं। बस इसके लिए आपको अपने मन को समझ कर प्रोग्राम करना सीखने होगा। दोस्तों, मुख्यतः हमारे तीन मन होते हैं-
1. सचेत मन याने कॉन्शियस माइंड – जो सोचता है, योजना बनाता है।
2. अवचेतन मन याने सब कॉन्शियस माइंड – जो विश्वासों और भावनाओं से संचालित होता है। और,
3. परम चेतना याने सुपर कॉन्शियस कनेक्शन – जो ब्रह्मांड से जुड़ा हुआ है।
जब आप चेतन मन के सही विचारों और भावनाओं से, अपने अवचेतन मन को प्रोग्राम करते हैं, तो वह सीधे ब्रह्मांड के नेटवर्क से जुड़कर आपके लिए अनुकूल परिस्थितियाँ, अवसर, रास्ते और लोगों को आकर्षित करता है। अर्थात् आपका हर विचार – एक आदेश है और ब्रह्मांड, एक “सर्वशक्तिशाली डिलीवरी सिस्टम।”
दोस्तों, ब्रह्मांड की इस अनंत शक्ति से जुड़कर अपने सपनों को पूरा करने के लिए आपको निम्न 5 सूत्रों को अपनाना होगा-पहला सूत्र - स्पष्ट इरादा याने क्लैरिटी ऑफ़ इंटेंशन रखें
दोस्तों, ब्रह्मांड को पता होना चाहिए कि आप क्या चाहते हैं। जितना स्पष्ट लक्ष्य होगा, यह उतनी तेज़ प्रतिक्रिया देगा। इसलिए हमेशा स्पष्ट इरादा रखिए। जैसे, “मुझे बस खुश रहना है”, कहने के स्थान पर कहिए कि “मैं आत्मविश्वास से भरपूर, स्वस्थ और समृद्ध जीवन जी रहा हूँ।”
दूसरा सूत्र - विश्वास याने फेथ रखें
दोस्तों, जब आप शक करते हैं तब आप रुकते हैं और जब आप विश्वास करते हैं, तब आप लक्ष्य तक पहुंचते हैं। याने आपका विश्वास ही आपका भविष्य बनाता है।
तीसरा सूत्र - भावनात्मक याने इमोशनल कनेक्शन
दोस्तों, आप जो महसूस करते हैं, वही आकर्षित करते हैं। ब्रह्मांड को अपने लक्ष्यों के लिए सक्रिय करने के लिए हमेशा अपने भीतर आभार, प्रेम और शांति की भावनाओं को रखें।
चौथा सूत्र - विज़ुअलाइज़ेशन एवं ऐफ़र्मेशन की शक्ति
दोस्तों, हर दिन, 10 मिनट अपने सपनों को इस तरह देखिए, जैसे वे अभी पूरे हो चुके हैं। इसके पश्चात कहिए, “मैं ब्रह्मांड की शक्ति के साथ एक हूँ। मेरे सपने पूरे हो रहे हैं। मैं समृद्धि का चुंबक हूँ।” ऐसा करना आकर्षण के सिद्धांत से अनुकूलता को आकर्षित करेगा।
पाँचवाँ सूत्र - समर्पण याने सरेंडर करें
दोस्तों, अपना लक्ष्य निर्धारित करें, काम करें और परिणाम ब्रह्मांड पर छोड़ दें। जब आप नियंत्रण छोड़ते हैं, तभी चमत्कार शुरू होते हैं।
दोस्तों, इस विषय में एक बात और याद रखिएगा, सिर्फ़ सोचने भर से आपको परिणाम नहीं मिलेगा। उसके लिए तो आपको कर्म करना होंगे क्योंकि कर्म याने एक्शन ब्रह्मांड की भाषा है। आपके द्वारा किया हर कार्य, ब्रह्मांड के लिए एक सिग्नल है। जब आप अपने सपनों की दिशा में कदम बढ़ाते हैं, तो ब्रह्मांड भी आपकी तरफ कदम बढ़ाता है।
आज के लिए इतना ही दोस्तों, कल हम मैनिफ़ेस्टेशन के ज़रिए सपनों को पूरा करने में कृतज्ञता की शक्ति और आत्मा और ब्रह्मांड के संबंध को गहराई से समझेंगे।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर
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