कहें कम, करें ज्यादा !!!
- Nirmal Bhatnagar

- 1 day ago
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Dec 12, 2025
फिर भी ज़िंदगी हसीन है…

दोस्तों, जीवन में आपको दो तरह के लोग मिलते हैं, पहले वो, जो अपने सपनों के बारे में बहुत बातें करते हैं; पूरी दुनिया को अपनी योजनाएँ सुनाते रहते हैं और दूसरे वे, जो चुपचाप अपने सपनों को साकार करते हैं और दुनिया को अपने काम से हैरान कर देते हैं। दोस्तों, चुप रहते हुए मेहनत करना और सफलता को शोर मचाने देना ही वो सूत्र है जो मैं हर युवा को बताना चाहता हूँ क्योंकि दिखावे से जीवन में बदलाव नहीं आता लेकिन मेहनत करने से ज़रूर आता है और मैं आजकल के युवाओं को मेहनत करने के स्थान पर अक्सर कहते हुए देखता हूँ कि “मैं ये करूँगा”, “मैं ऐसा बनूँगा”, “मैं एक दिन सबको दिखा दूँगा।”
दोस्तों, अगर आप भी खामोशी के साथ काम करते हुए सफल होना चाहते हैं, तो निम्न सूत्रों को अपने जीवन का हिस्सा बना लें-
पहला सूत्र - अपने सपनों को दुनिया को मत सुनाओ, उन्हें पूरा करके दिखाओ
दोस्तों, जब हम अपने लक्ष्य के विषय में सबको बताते हैं, तो अक्सर लोग कभी हमारी हँसी उड़ाकर, तो कभी हमारे मन में शक पैदा करके या कई बार हमें रोक कर, हमारे उत्साह को कम कर देते हैं। जिसकी वजह से हम ख़ुद बीतते समय के साथ धीमे-धीमे अपने सपने से दूर होने लगते हैं। इसलिए साथियों चुपचाप मेहनत करें और अपनी सफलता को अपनी आवाज़ बनने दें। इसलिए ही कहा जाता है, “अपनी सोच को गोपनीय रखो, अपनी मेहनत को लगातार रखो, और अपने परिणाम को बोलने दो।”, जब आप बिना शोर-शराबे के काम करते हैं, तो दो चीजें होती हैं। पहला, आपका ध्यान काम पर केंद्रित रहता है। दूसरा, सफलता आपकी पहचान खुद बना देती है और दोस्तों, जब सफलता मिलती है, तब भी शांत रहना सीखिए क्योंकि मौन में शक्ति है, और घमंड में पतन।
दूसरा सूत्र - समस्याओं से अकेले मत लड़ो, उसके लिए सही साथ तलाशो
दोस्तों, जीवन में चुनौतियों और समस्याओं का आना स्वाभाविक है और हर बार उनके समाधान अकेले निकाल पाना नामुमकिन। इसलिए जीवन में एक ऐसे व्यक्ति को अपने साथ हमेशा रखो जो विपरीत समय में आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहे। हाँ! यह भी सही है कि हर बार वह आपकी परेशानियों का हल नहीं निकाल पायेगा, लेकिन मुश्किल वक्त में साथ खड़े रहने वाले व्यक्ति का जीवन में होना भी बड़ी संपत्ति पाने के समान है।
याद रखिएगा, एक सच्चा साथी वह नहीं जो आपका रास्ता आसान बना दे। सच्चा साथी तो वह है जो कठिन रास्तों पर आपका हाथ पकड़कर साथ चलता रहे। जो मुश्किल वक्त में कहे, “घबराओ मत, मैं हूँ ना !” ऐसे लोग आपको कमजोर नहीं बनाते, बल्कि और मजबूत बना देते हैं क्योंकि वे आपको सहारा नहीं, साहस देते हैं। ऐसे साथी आपको माता-पिता, भाई-बहन, पति-पत्नी, दोस्त या दिल से चाहने वाले साथी के रूप में मिल सकते हैं।
तीसरा सूत्र - सही लोगों को साथ रखिए और चुपचाप आगे बढ़ते रहिए
दोस्तों, मेरी नजर में जीवन का खूबसूरत संतुलन यही है कि मेहनत अपने दम पर करें और चुनौतियाँ किसी सच्चे व्यक्ति के साथ मिलकर झेलें। जब आप बोलने से ज्यादा करने लगते हैं, और अकेले लड़ने की जगह किसी के साथ खड़े होना सीखते हैं, तब आपका जीवन बदलने लगता है।
अंत में इतना ही दोहराऊँगा कि अपने सपनों के बारे में बात करने से बेहतर है, उन्हें पूरा करना है और जब सपने पूरे हो जायें तब भी शोर मचाने से बेहतर है उसे शांतिपूर्वक आगे बढ़ाना और मुस्किल दौड़ के साथियों का साथ बनाए रखना है ताकि जीवन में कभी भी अकेलापन ना आए। दोस्तों, चुपचाप मेहनत करो, सच्चे लोगों को जीवन में रखो और चुपचाप आगे बढ़ो - साधारण से ये तीन सूत्र किसी के भी जीवन को साधारण से असाधारण बना सकते हैं।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर




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