top of page
Search

कोशिश, सच और विश्वास – संपूर्ण जीवन की कुंजी

  • Writer: Nirmal Bhatnagar
    Nirmal Bhatnagar
  • 1 day ago
  • 3 min read

July 4, 2025

फिर भी ज़िंदगी हसीन है...

दोस्तों, इस दुनिया में हर इंसान खुशहाल जीवन जीना चाहता है, साथ ही वह चाहता है कि उसका भविष्य उज्ज्वल हो और वह अपने जीवन का हर दिन सच्ची संतुष्टि और पूर्णता के एहसास के साथ जिए। लेकिन अक्सर हम रोजमर्रा की भागदौड़ और दिखावे की इस दुनिया की चमकदमक में उलझकर यह भूल जाते हैं कि सफलता और संतोष की चाबी कहीं बाहर नहीं बल्कि हमारे भीतर ही है।


दोस्तों, अगर आप अपने भीतर छुपी इस सफलता और संतोष की चाबी को पाकर अपने जीवन को एक सुंदर दिशा देना चाहते हैं, तो बस कोशिश, सच और विश्वास को आधार बनाकर जीवन जीना शुरू कर दीजिए। दूसरे शब्दों में कहूँ तो कोशिश, सच और विश्वास तीन शब्दों को आधार बनाकर याने इन्हें अपने जीवन का मूल मंत्र बनाकर जीना आपको सफल और संतोषी बना सकता है। आइए जीवन के इन तीन मूलमंत्रों को जरा संक्षेप में समझ लेते हैं-


१) कोशिश - अपने अच्छे भविष्य के लिए

इस दुनिया में बड़ी चीजों को बिना कोशिश किए प्राप्त करना असंभव है। इसलिए हमें हर दिन थोड़ा और बेहतर बनने के लिए मेहनत करना चाहिए; कोशिश करना चाहिए। इस प्रयास के दौरान कई बार आपको लग सकता है कि हमारी कोशिशें बेकार जा रही है, पर यकीन मानियेगा ऐसा होता नहीं है। हमारे द्वारा किया गया हर छोटे से छोटा प्रयास याने कोशिश कहीं न कहीं हमारे भविष्य की नींव रख रही होती है। एक बीज को विशाल वृक्ष बनने में समय लगता है, पर अगर वह कोशिश करना छोड़ दे तो न तो पत्ते आएंगे और न ही फल। इसलिए जीवन में कभी भी कोशिश करना बंद मत कीजिए।


इसलिए दोस्तों, हर सुबह एक नई उम्मीद के साथ उठिए और एक कदम अपने सपनों की ओर बढ़ाइए और हमेशा याद रखिए, जो लोग हार नहीं मानते, वही एक दिन दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं।


२) सच - अपने कार्य और ख़ुद के लिए

इस दुनिया में जो व्यक्ति अपने काम और अपने चरित्र के प्रति सच्चाई रखता है, वो अपने जीवन में सम्मान और सफलता अवश्य प्राप्त करता है। इसलिए ही हमारे यहाँ ईमानदारी से कार्य करने को सबसे बड़ी पूजा माना गया है। संभव है झूठ से आपको तात्कालिक लाभ मिलता हुआ दिखे, लेकिन यकीन मानियेगा लंबे समय में वह झूठ खोखला ही साबित होगा। याद रखियेगा, जब आप सच्चे मन से अपना कार्य करते हैं, तब आपका आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होता है, कार्य करने मात्र से ही आत्म-संतोष प्राप्त होता है और साथ ही समाज आप पर विश्वास करता है। इसलिए क्षेत्र कोई भी क्यों ना हो सच्चाई के साथ कार्य करें। हाँ! यह भी सही है कि सच्चाई की राह पर चलना आसान नहीं होगा, पर याद रखियेगा, यही रास्ता आपको स्थायी सफलता और मानसिक शांति देगा।


३) विश्वास - सबसे पहले ईश्वर पर और फिर ख़ुद पर

जीवन में कई बार परिस्थितियां हमारे अनुकूल नहीं होती हैं, हालत हमारे पक्ष में नहीं होते हैं और हम अपेक्षित परिणाम ना मिलने के कारण टूटने लगते हैं। ऐसे समय में पहले ईश्वर पर और फिर ख़ुद पर विश्वास बनाए रखना, हमारे जीवन को विपरीत स्थितियों में भी नई दिशा दे सकता है। दूसरे शब्दों में कहूँ तो ईश्वर याने शक्ति, ऊर्जा, ब्रह्म या खुद की अंतरात्मा से जुड़ना और विश्वास करना कि कुछ अच्छा होने वाला है, आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, जो अंततः आपके जीवन को संवारती है। याद रखियेगा, जो लोग ईश्वर पर भरोसा रखते हैं, उनके भीतर एक स्थायित्व और संतुलन होता है। वे दुख में धैर्य नहीं खोते और सुख में अहंकार नहीं करते।


अंत में इतना ही कहूँगा, अगर आप अपने जीवन में सच्ची खुशी, सफलता और शांति चाहते हैं, तो कोशिश, सच और विश्वास को अपना जीवन मंत्र बना लीजिए क्योंकि जो इंसान हर दिन थोड़ा बेहतर बनने की कोशिश करता है याने अपने कार्य को ईमानदारी से करता है और ईश्वर पर अटूट विश्वास रखता है, वही अपने जीवन को संपूर्णता से जीता है। इसलिए ही तो मैं हमेशा कहता हूँ, "छोटी-छोटी बातें जब जीवन का हिस्सा बनती हैं, तो वही जीवन को महान बनाती हैं।"


-निर्मल भटनागर

एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर

 
 
 

Kommentare


bottom of page