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जिएँ सच्चाई और ईमानदारी के साथ…

  • Writer: Nirmal Bhatnagar
    Nirmal Bhatnagar
  • 4 days ago
  • 2 min read

June 10, 2025

फिर भी ज़िंदगी हसीन है...

दोस्तों, हैक्स से सफलता पाने की चाह में आजकल जीवन मूल्य कहीं ना कहीं पिछड़ते नजर आते हैं। आजकल कहीं ना कहीं लोगों को लगने लगा है कि चालाकी या झूठ से वे जल्दी आगे बढ़ सकते हैं, लेकिन हकीकत में सच्चाई इसके ठीक उलट है। इस दुनिया में असली और स्थायी सफलता उन्हीं को मिलती है जो अपने मूल्यों पर टिके रहते हैं। इसी बात को समझाते हुए महान लेखक इमरसन ने कहा है, “चोरी करने से कोई अमीर नहीं बनता और दान देने से कोई गरीब नहीं होता।” यह बात हमें याद दिलाती है कि सच्चाई और ईमानदारी से जीना ही असली सफलता का रास्ता है। लेकिन कई बार जीवन में हमारे सामने कुछ मौक़े ऐसे आते हैं जहाँ हमें लगता है कि अगर थोड़ी चतुराई कर लें तो फायदा हो सकता है, लेकिन वही पल हमारे चरित्र की असली परीक्षा होते हैं।


अपनी बात को मैं आपको अब्राहम लिंकन की कहानी से समझाने का प्रयास करता हूँ। पेशे से वे एक साधारण वकील थे, जिनके पास सामान्य जीवन जीने के लिए भी पैसे नहीं थे, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने कभी झूठे मुकदमों की पैरवी नहीं की। वे हमेशा अपने सिद्धांतों को प्राथमिकता देते हुए सच्चाई के रास्ते पर चलते थे। बीतते समय के साथ उनकी इसी सच्चाई और ईमानदारी ने उन्हें अमेरिका का राष्ट्रपति बनाया।


यह घटना हमें सिखाती है कि सच्चाई और ईमानदारी से चलना आसान नहीं होता, लेकिन यह रास्ता सबसे मजबूत होता है। जो लोग कठिन परिस्थितियों में भी सच का साथ नहीं छोड़ते, वे ही असली नायक होते हैं। ऐसे लोग समाज में भले ही धीरे-धीरे आगे बढ़ें, लेकिन जब वे आगे बढ़ते हैं तो उनकी नींव इतनी मजबूत होती है कि उन्हें कोई हिला नहीं सकता। यह उस सामान्य धारणा के ठीक उलट है जो सिखाती है कि ईमानदारी से जीने वाला व्यक्ति कष्ट झेलेगा या पीछे रह जाएगा, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। ईमानदार व्यक्ति खुद पर विश्वास करता है, और यही आत्मविश्वास उसे हर चुनौती से लड़ने की ताकत देता है।


जो लोग शॉर्टकट अपना कर तुरंत सफल होना चाहते हैं उन्हें मैं सिर्फ़ इतना याद दिलाना चाहूँगा कि स्थायी सफलता सिर्फ मेहनत और सच्चाई से ही मिलती है। अगर आप चाहते हैं कि लोग आपको आदर दें, आपके काम पर भरोसा करें, तो सबसे पहले आपको खुद अपने मूल्यों पर भरोसा करना होगा। सच्चाई और ईमानदारी ऐसे गुण हैं जो समय के साथ और भी मजबूत होते जाते हैं।


इसलिए दोस्तों, जीवन में विपरीत परिस्थितियों या कठिनाइयों के दौर में कभी भी पीछे हटने के स्थान पर डटे रहियेगा और ख़ुद को याद दिलाइयेगा कि जब आप सच्चाई और ईमानदारी के साथ आगे बढ़ते हैं, तो आप न सिर्फ़ अपनी मंज़िल पाते हैं, बल्कि दूसरों के लिए भी एक उदाहरण बन जाते हैं।


अंत में एक बार फिर सिर्फ़ इतना बोलना चाहूँगा कि सच बोलना, ईमानदारी से काम करना और अपने आत्मबल पर भरोसा रखना ही वो रास्ता है जो हमें अंदर से मजबूत बनाता है और बाहर से सफल।


-निर्मल भटनागर

एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर

 
 
 

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