अपने अंदर के बच्चे को रखें ज़िंदा…
- Nirmal Bhatnagar

- 1 day ago
- 3 min read
Nov 23, 2025
फिर भी ज़िंदगी हसीन है…

दोस्तों, आपने निश्चित तौर पर देखा या महसूस किया होगा कि बढ़ती उम्र के साथ अक्सर सामान्य लोगों के जीवन में उत्साह कम हो जाता है, जो मेरी नज़र में कहीं ना कहीं जीवन के असली जादू के खो जाने के समान है। याद करके देखिए, बचपन में हम हर चीज़ को जिज्ञासा से देखते थे, सामान्यतः हम ना तो किसी चीज से डरते थे और ना ही आसानी से हार मानते थे। जब भी कोई नई स्थिति-परिस्थिति या साधन-संसाधन हमारे सामने आता था तो हम बड़े उत्साह के साथ उसे अपनाते थे। लेकिन बीतते समय के साथ हमारी उम्र तो बढ़ती गई पर हमारा उत्साह कम होता चला गया। कहीं ना कहीं रोजमर्रा के अनपेक्षित अनुभवों ने हमें विश्वास दिला दिया कि सपने सिर्फ़ बच्चों के लिए होते हैं। पर दोस्तों, सच इस स्थिति के विपरीत है। मेरा मानना है कि जो इंसान अपने अंदर के बच्चे को और उसके साथ ही उत्साह को जिंदा रखता है, वही बड़ी उपलब्धियाँ हासिल करता है।
जी हाँ दोस्तों, उत्साह जीवन को आगे बढ़ाने वाली असली ताकत है। एल्डस हक्सले कहते हैं कि उम्र भले बढ़ जाए, लेकिन सीखने, नया करने और सपने देखने का उत्साह कभी नहीं मरना चाहिए। उत्साह ही हमें मुश्किलों के बावजूद उठने की ताकत देता है। उत्साह ही हमें आगे बढ़ने का हौसला देता है और यही उत्साह असाधारण लोगों को भीड़ से अलग करता है।
हाँ यह भी सही है कि जीवन में आने वाली बाधाएँ आपके उत्साह को प्रभावित करेंगी। लेकिन उस क्षण अपने उत्साह को बरकरार रखने के लिए आपको ख़ुद को याद दिलाना होगा कि “मैं अपने जीवन की बाधाओं से बड़ा हूँ।” हमारी इसी शक्ति को याद दिलाने के लिए रॉजर ली कहते हैं, “एक दिन आप महसूस करेंगे कि जिन मुश्किलों से आप डरते थे, उन्हें पार करने की ताकत आपमें हमेशा थी।” इस बात की गहराई को समझने के लिए जरा अपने अतीत को याद कीजिएगा और बताइयेगा की जीवन में आई चुनौतियों को पार करने के बाद आपको कैसा लगा? क्या कभी चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने के बाद आपके मन में यह प्रश्न आया है कि “ये मैं कैसे कर पाया?” अगर आपका जवाब ‘हाँ’ है, तो मैं आपको सिर्फ इतना ही याद दिलाऊँगा कि बस यही आपकी असली शक्ति है। इसलिए मैं हमेशा कहता हूँ कि जीवन की हर रुकावट आपको कमजोर नहीं, बल्कि आपके भीतर छिपी ताकत को सामने लाने लगती है।
दोस्तों, अगर अपने भीतर की ताक़त से अपने जीवन को बेहतर बनाना चाहते हो तो जीवन को आगे बढ़ाने वाली “3सी“ याने चॉइस, चांस और चेंज की शक्ति को पहचानो।
1) चॉइस याने चुनाव - दोस्तों, आप क्या चुनते हैं, किस रास्ते पर चलते हैं, यही आपका भविष्य तय करता है।
2) चांस याने अवसर - दोस्तों, अवसर हमेशा पहले से बताकर नहीं आते। वे तो अक्सर अचानक से सामने कभी किसी संकेत के रूप में तो कभी किसी विचार के रूप में धीरे से नजर आते हैं।
3) चेंज याने परिवर्तन - दोस्तों, अगर आप निर्णय लेने के मौकों को गँवा रहे हैं या आप अवसरों को पहचानने से बार-बार चूक रहे हैं तो यकीन मानियेगा जीवन बदलना असंभव होगा। चमत्कार कभी भी जीवन में परिवर्तन नहीं लाता, वो तो एक कदम उठाने से शुरू होता है।
जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं तो खुद से पूछिये, ‘क्या आप आज वह कर रहे हैं जो आपकी ज़िंदगी बेहतर बनाएगा? या फिर आप सब कुछ बदल जाने का इंतज़ार कर रहे हैं? याद रखिएगा, बदलाव की शुरुआत किसी और के शब्दों या दुनिया की तालियों से नहीं, आपके एक छोटे-से निर्णय से होती है।
अंत में इतना ही कहूँगा कि अगर आपके भीतर आज भी वह बच्चा जिंदा है जो बड़े सपने देखता था और साथ ही आपके भीतर वह योद्धा भी जीवित है जो जीवन की हर बाधा को पार करने की क्षमता रखता है और साथ ही आपके सामने आज भी नए अवसर मौजूद हैं तो यकीन मानियेगा आप अपनी जिंदगी को नई दिशा दे सकते हैं। दोस्तों, बस एक सही चुनाव, एक सही मौका और एक छोटा-सा बदलाव आपकी पूरी कहानी बदल सकता है। क्योंकि जिसने उत्साह नहीं खोया, जिसने साहस नहीं छोड़ा, और जिसने निर्णय लेने की हिम्मत रखी, वही जीवन का असली विजेता बनता है।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर




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