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अब्राहम लिंकन के जीवन से सीखें 10 प्रेरणादायक पाठ…

  • Writer: Nirmal Bhatnagar
    Nirmal Bhatnagar
  • 12 minutes ago
  • 3 min read

May 20, 2025

फिर भी ज़िंदगी हसीन है...

यकीनन दोस्तों, इतिहास में ऐसे बहुत कम नेता हुए हैं जिन्होंने अपने जीवन, सिद्धांतों और नेतृत्व से पूरी दुनिया को प्रेरणा दी हो। ऐसे ही एक महान नेता या व्यक्तित्व के मालिक थे अमेरिका के सोलहवें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन। उनका पूरा जीवन संघर्ष, धैर्य और मूल्यों की एक मिसाल है। आइए आज हम उनके जीवन से 10 ऐसे सबक सीखते हैं जो हमें भी एक बेहतर इंसान और कामयाब व सशक्त लीडर बना सकते हैं-


1) विनम्रता के साथ नेतृत्व करें

अब्राहम लिंकन कभी भी घमंडी नहीं थे, उन्होंने अपने पूरे जीवन में विनम्रता के साथ नेतृत्व किया था, राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए भी। वे हमेशा शांत रहते हुए, उदाहरण के माध्यम याने अपने कार्यों से नेतृत्व करते थे। वे हमेशा कहते थे, “मैं कुछ नहीं हूँ, पर सत्य सब कुछ है।” कार्य करके उदाहरण स्थापित करना और लोगों को सत्य के साथ चलना सिखाना, यह सिखाता है कि सच्चा नेतृत्व दिखावे में नहीं, विनम्रता के साथ कर्म में होता है।


2) विफलता को स्वीकारें, उससे सीखें और आगे बढ़ जाएँ

अपने शुरुआती जीवन में लिंकन कई बार व्यवसाय और राजनीति में असफल रहे, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। वे हमेशा अपनी हर असफलता को खुले दिल से स्वीकारते थे, उस पर चर्चा करते थे और उससे सीख कर जीवन में आगे बढ़ जाते थे। असफलता को स्वीकारने और उससे सीखने की उनकी इसी आदत ने उन्हें एक सफल और महान नेता बना दिया था। इसलिए हमेशा याद रखियेगा दोस्तों, हक़ीक़त में विफलता तब तक अंतिम नहीं होती जब तक हार ना मान ली जाए।


3) सिद्धांतों से समझौता नहीं होता

अब्राहम लिंकन ने अपने पूरे जीवन में कभी भी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। वे जीवन भर गुलामी का विरोध करते रहे और देश की एकता को बनाए रखने के लिए प्रयासरत रहे। वे हमेशा कहते थे, “अपने कदम सही जगह रखें, फिर उस पर अडिग रहें।” इसी स्थिरता ने उन्हें महान बनाया था।


4) स्पष्टता के साथ प्रभावी संवाद करें

अब्राहम लिंकन के भाषण संक्षिप्त लेकिन गहराई से भरे होते थे। जिससे साबित होता है कि शब्दों का असर उनके आकार से नहीं, भाव से होता है।


5) सहानुभूति का भाव रखें

अब्राहम लिंकन का व्यवहार हमेशा सहानुभूति से भरा होता था। वे लोगों के दर्द, डर और उम्मीदों को समझते थे। यही करुणा उन्हें सबका प्रिय नेता बनाती थी। यहां तक कि उनके शत्रु भी उन्हें अपना प्रिय नेता मानते थे।


6) विरोधियों के विचारों को भी स्वीकारें

अब्राहम लिंकन का मानना था कि विविध विचार, बेहतर निर्णय लेने में मदद करते हैं। इसलिए उन्होंने अपने मंत्रीमंडल में ऐसे लोगों को भी शामिल किया जो उनसे असहमत थे।


7) जिम्मेदारी लें

जब भी लिंकन को हार मिली उन्होंने उसे खुले दिल से स्वीकारा। यहाँ तक कि युद्ध में भी। जब भी युद्ध के दौरान नुकसान हुआ या उनका कोई निर्णय गलत साबित हुआ, तब उन्होंने उसका दोष दूसरों पर डालने के स्थान पर, पूरी जिम्मेदारी ख़ुद पर ली और फिर उससे सीख लेकर जीवन में आगे बढ़े।


8) दबाव और तनाव के बीच शांत रहें

जीवन में मिली तमाम असफलताओं के साथ-साथ अमेरिका में हुए गृहयुद्ध के समय भी, वे कभी घबराये नहीं और अपने उसूलों पर चलते हुए जीवन में आगे बढ़े। उनका यही शांत और संतुलित व्यवहार आज भी लोगों को प्रेरणा देता है।


9) एकता में विश्वास रखें

लिंकन ने हमेशा देश को एक परिवार की तरह देखा। उनका संदेश था कि हम मिलकर आगे बढ़ें, न कि एक-दूसरे से लड़ें। शायद इसलिए ही वे कहते थे कि "मनुष्य के जीवन का सबसे सुंदर हिस्सा उसकी मित्रता होती है।"


10) स्वयं से ऊपर उठ कर जिएँ

लिंकन ने राष्ट्रपति के तौर पर कभी भी राजनैतिक निर्णय नहीं लिए। वे हमेशा मानवता और न्याय के लिए लड़ते थे या उसी के अनुरूप निर्णय लेते थे। उन्होंने अपने जीवन को एक उद्देश्य और विरासत के लिए जिया।


दोस्तों, अंत में इतना ही कहूँगा कि अब्राहम लिंकन के जीवन से हम विनम्रता, सिद्धांतों की दृढ़ता, और करुणा जैसे गुण सीख कर अपने जीवन को निखार सकते हैं और समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। आइए हम उनके जीवन से सीख कर; उनके द्वारा बताये मार्ग पर चल कर अपने जीवन को उद्देश्यपूर्ण और प्रेरणादायक बनाते हैं।


-निर्मल भटनागर

एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर

 
 
 

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