एक ब्रह्माण्ड हमारे भीतर भी रहता है…
- Nirmal Bhatnagar
- 15 hours ago
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Dec 14, 2025
फिर भी ज़िंदगी हसीन है…

दोस्तों, एक ब्रह्मांड में हम रहते हैं और दूसरा ब्रह्मांड हमारे भीतर रहता है। जी हाँ चौंकिए मत, विश्वास कीजिए, हर इंसान अपने भीतर एक पूरा ब्रह्मांड लिए चलता है। कुछ कहा हुआ, बहुत-सा अनकहा। कुछ सच, कुछ दर्द, कुछ सपने, और थोड़ा-सा अमर प्रेम। ये चार भावनाएँ ही हमें वैसा बनाती हैं, जैसे हम हैं, संवेदनशील, गहरे और इंसानियत से भरे हुए। यकीन मानियेगा, इनके बिना जीवन बस एक यात्रा होती, अनुभव नहीं। चलिए, इसे थोड़ा विस्तार से 4 बिंदुओं में समझते हैं-
1. अनकही कहानी याने आत्मा की ख़ामोशी
हर दिल में एक ऐसी कहानी रहती है जो आवाज़ नहीं बन पाती, उसे कहने के लिए हमारे पास शब्द नहीं होते, लेकिन वो कहानी हमारे भीतर चुपचाप धड़कती रहती है। दोस्तों, यही हमारे जीवन का वो हिस्सा होता है, जहाँ हम सबसे ज्यादा सच्चे होते हैं। यही हमारे डर रहते हैं, यहीं हमारे सपने रहते हैं, और यहीं हमारी वो भावनाएँ रहती हैं, जिन्हें हम दुनिया को बताना नहीं चाहते। इसलिए दोस्तों, किसी के शांत रहने का मतलब यह मत निकालिये कि उसके पास कहने को कुछ नहीं है। याद रखियेगा, अक्सर सबसे शांत लोग ही सबसे ज्यादा महसूस करते हैं।
2. अफसोस याने वो भाव जो हमें इंसान बनाए रखता है
किसी न किसी बात का पछतावा हर इंसान को होता है। कई बार यह कहे हुए शब्दों का होता है, तो कई बार किसी छूटे हुए मौके का, या फिर, कभी किसी को न समझ पाने का। अक्सर हम इस अफ़सोस के इस भाव को नकारात्मक रूप में देखते हैं। जबकि यह पछतावा हमें तोड़ने नहीं, बल्कि और विनम्र बनाने के लिए आया होता है। यह हमें याद दिलाता है कि अगली बार और सचेत हो जाएँ, और दिल से जिएँ। याद रखियेगा, पछतावा असल में संवेदनशीलता का प्रमाण है, यह बताता है कि हमारा दिल अब भी जिंदा है।
3. अधूरे सपने याने आगे बढ़ते रहने की ज़िद
अगर हमारा हर सपना पूरा होने लग जाए, तो यकीन मानियेगा हमारा यह जीवन अपनी चमक खो देगा। जीवन में कई सपने सिर्फ़ इसलिए आते हैं कि हमें दिशा दे सकें; हमें जगाए रखें; हमें चलते रहने की वजह देते रहें। याद रखिएगा, कभी-कभी अधूरे सपने ही सबसे मजबूत इंसान बनाते हैं, क्योंकि वे हमें सिखाते हैं कि गिरना मंज़ूर है, पर रुकना नहीं। याने अधूरे सपनों की कसक ही जीवन में आगे बढ़ने की सबसे बड़ी ताक़त बन जाती है।
4. वह प्रेम जो कभी ख़त्म नहीं होता
जीवन में कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो समय, दूरी और परिस्थितियों से परे होते हैं। लेकिन कई बार ऐसे लोग ईश्वरीय योजना के कारण हमारे पास या साथ नहीं होते, पर उनकी यादें, उनके शब्द, उनका दिया हुआ अपनापन, हमारी आत्मा की दीवारों पर हमेशा के लिए दर्ज हो जाता है। यही प्रेम हमें कोमल बनाता है, क्षमा करना सिखाता है, और हमें भीतर से जीवित रखता है।
दोस्तों, अगर आप वाकई अपने जीवन को पूर्णता के साथ जीना चाहते हैं तो अपने उपरोक्त चारों भावों को अपनी पूरी गहराइयों के साथ स्वीकारें और याद रखें जीवन का सौंदर्य उसकी अपूर्णताओं में छिपा है। हम जितना अपनी अनकही भावनाओं को अपनाते हैं, हम उतना ही खुद को गहराई से समझने लगते हैं। याद रखिएगा, हर छुपा सच, हर दर्द, हर सपना, हर प्रेम हमारी कहानी का एक अध्याय है। इसलिए इनसे भागिए मत, इनसे शर्माइए मत, इन्हें अपना लीजिए क्योंकि जो इंसान अपने भीतर को समझ लेता है, वह इस दुनिया को भी ज्यादा प्यार, ज्यादा संवेदना और ज्यादा धैर्य के साथ देखने लगता है। इसलिए मैं अनकही भावनाओं को साधारण जीवन को असाधारण बनाने का सूत्र मानता हूँ।
-निर्मल भटनागर
एजुकेशनल कंसलटेंट एवं मोटिवेशनल स्पीकर
