रोज़ कुछ नया सोचो…
- Nirmal Bhatnagar
- 1 day ago
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Jul 14, 2025
फिर भी ज़िंदगी हसीन है...

हम सभी ने ना सिर्फ़ ‘रचनात्मकता’ के विषय में ना सिर्फ़ सुना होगा, बल्कि इसकी महत्ता के विषय में किसी ना किसी को बताया भी होगा। लेकिन अक्सर हम इस रचनात्मकता को सीमित दायरे में बांध कर इसे किसी ख़ास पेशे जैसे लेखक, चित्रकार, संगीतकार, इंटीरियर या फ़ैशन डिजाइनिंग आदि से जोड़ देते हैं। हकीकत में रचनात्मकता किसी ख़ास पेशे या किसी ख़ास व्यक्ति तक सीमित नहीं है। यह तो हर व्यक्ति के अंदर होती है और हर पेशे को प्रभावित करती है। अपने अंदर की रचनात्मकता को पहचान कर और प्रतिदिन उसका अभ्यास कर हमे अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
प्रतिदिन हमें दो रास्तों में से किसी एक रास्ते को चुनना होता है। पहला, अपनी पुरानी दिनचर्या के अनुसार जीवन जी लें और दूसरा, प्राथमिकताओं को तय कर काम करने के साथ कुछ नया सोचें, समझें और करें। लेकिन हममें से ज्यादातर लोग पहला रास्ता चुनते हैं क्योंकि वह आसान और सुरक्षित होता है। लेकिन जो लोग दूसरे रास्ते पर चलते हैं, वे ही कुछ नया कर पाते हैं, वे ही दुनिया को बदलते हैं। इसी बात को समझाते हुए फ़ारसी साहित्य के महान लेखक रूमी ने कहा था, “Don’t go with the flow. Be the flow.” अर्थात् भीड़ का हिस्सा बन, बहने की जगह, ख़ुद एक दिशा बनो, ख़ुद एक रास्ता बनो।’, क्योंकि जब आप दुनिया की तरह सोचते हो, तो आप आम बन जाते हो। लेकिन जब आप खुद की सोच रखते हो, तब आप खास बनते हो।
रचनात्मकता का लेना-देना सिर्फ़ नये कार्यों या चीजों से नहीं है। पुरानी चीज़ों को नए नजरिये से देख कर भी आप इससे बेहतर बन सकते हैं। अगर आप हर दिन अपने जीवन, काम, या पढ़ाई को बेहतर बनाने के लिए कुछ नया सोचते हैं, तो आप भी क्रिएटिव इंसान हैं। लेकिन याद रखियेगा, सिर्फ़ सोचने भर से कुछ नहीं होगा। क्रिएटिव बनने के लिए थोड़ी हिम्मत और थोड़े प्रयोग की जरूरत होती है। आपको ‘असफलता’ या ‘लोग क्या कहेंगे’ के डर से बचना होगा। कई बार लोग आपके नए विचारों पर हँसेंगे, लेकिन जब वो विचार दुनिया को बदलेंगे, तब वे ताली बजायेंगे।
मेरी नजर में, ‘आसान रास्तों पर चलना’ भी एक आदत है और ‘रचनात्मक बन रोज़ कुछ नया करना’ भी एक आदत है और जैसी आपकी आदत होंगी वैसा ही आपका भविष्य भी होगा क्योंकि आपकी आदतें ही आपका भविष्य तय करती हैं। सीधे शब्दों में कहूँ तो रचनात्मक बनने के लिए आपको नई आदतों को अपनाना होगा और इसके लिए आपको हर दिन कुछ नया सोचना, समझना और सीखना होगा। याने, प्रतिदिन नया सोचने, समझने, सीखने और बनाने की आदत डालना होगी। बाद में यही आदतें आपके भविष्य को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगी। याद रखियेगा, आदतें ही असली सुपर पॉवर होती हैं, जो धीरे-धीरे हमारे जीवन का चेहरा बदल देती हैं।
दोस्तों, अगर आप मेरी इस बात से सहमत हों तो आज ही निम्न बातों को अपने जीवन का हिस्सा बनायें-
1) रोज़ खुद से सवाल पूछें, “आज मैं क्या नया कर सकता हूँ?”
2) असफलता से डरना छोड़ें क्योंकि हर गलती में एक सीख छिपी होती है।
3) अपनी कल्पनाओं को नई उड़ान दें और याद रखें बिना पंखों के भी आसमान को छुआ जा सकता है।
4) हर दिन कुछ नया सोचो और याद रखो ‘रचनात्मकता’, बिना शोर के जन्म लेती है।
दोस्तों, आपके अंदर वो सब कुछ है, जो आपको खास बनाता है। बस ज़रूरत है खुद पर विश्वास रखने की, नई आदतें बनाने की और अपने विचारों को ज़ोर से बोलने की क्योंकि रचनात्मकता कोई जादू नहीं, बल्कि एक रोज़ का अभ्यास है। इसलिए रोज कुछ अलग सोचो, कुछ नया करो, क्योंकि भीड़ में चलना आसान है, लेकिन रास्ता बनाना महानता है।
-निर्मल भटनागर
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